कोरबा : फरवरी में स्थगन आदेश खारिज औऱ अप्रैल में DEO का लेटर.. आखिर शिक्षक और अधिकारी का क्या है मैटर..

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कोरबा। प्रमोशन से पोस्टिंग वाले प्रकरण में फिर से नया ट्विस्ट आ गया है। अब साहब ने जिन शिक्षको का स्टे निरस्त हुआ है उन्हें एक लेटर जारी कर वापस मूल स्थान जाने का आदेश जारी किया है। हां ये बात अलग है कि कोर्ट ने स्टे फरवरी को निरस्त कर दिया था और साहब का लेटर अप्रैल में…! इससे विभागीय जानकारी चुटकी लेते हुए कह रहे है गुरुजी और अधिकारी का आखिर मैटर क्या है?

बता दें कि अजब शिक्षा विभाग के गजब मास्टरों के बीच नौनिहालों का भविष्य पीस रहा है। प्रमोशन के बाद मनचाहा पोस्टिंग पाने वाले मास्टरों की मास्टरी उलझ कर रह गई है। पोस्टिंग पर विवाद बढ़ा तो कोर्ट की शरण मे गए जब कोर्ट ने स्टे हटा लिया तो अब फिर से शिक्षा अधिकारी के शरण मे जाने की तैयारी में है।

आदेश को लेकर असमंजस में मास्टर

पोस्टिंग के लिए कोर्ट जाने वाले मास्टरों को तत्कालीन राहत मिली तो मनचाहे जगह पर नौकरी कर रहे थे जब फरवरी में स्टे निरस्त हुआ तो फिर से साहब के शरण मे आ गए थे। अब जब दबाव बढ़ा तो फिर से आदेश जारी करते मूल पोस्टिंग पर भेजा जा रहा है। हर महीने हो रहे अलग अलग आदेश और साहब के फरमान से शिक्षक भी असमंजस में है।