वैदिक ज्योतिष में विभिन्न ग्रह समय-समय पर राशि परिवर्तन करते हैं. इसके साथ ही उनका नक्षत्र गोचर भी लगे रहता है. बृहस्पति ग्रह ज्योतिष शास्त्र में अहम ग्रह माना जाता है, इसलिए उनका राशि परिवर्तन या गोचर महत्वपूर्ण हो जाता है. गुरु ने अप्रैल में मेष राशि में गोचर किया था. उन्होंने अब नक्षत्र परिवर्तन किया है. वह 21 जून को दोपहर 1 बजकर 19 मिनट पर भरणी नक्षत्र में प्रवेश कर चुके हैं और यहां 27 नवंबर तक रहेंगे, फिर अश्विनी नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे. उनका यह गोचर कुछ राशियों की किस्मत चमकाने वाला है.
तुला
गुरु गोचर से तुला राशि वालों को काफी लाभ होगा. इस दौरान तरक्की के नये अवसर मिलेंगे. नौकरीपेशा लोगों के लिए प्रमोशन के योग बन रहे हैं. जिन लोगों की अपनी कंपनी है, उनके लिए अनुकूल समय है. आर्थिक स्थिति अच्छी होने से मन प्रसन्न रहेगा.
धनु
गुरु का भरणी नक्षत्र में प्रवेश धनु राशि के लोगों के लिए फायदेमंद रहेगा. इस दौरान शुभ परिणाम हासिल होंगे. नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन की खुशखबरी मिल सकती है. आमदनी में वृद्धि होगी और कारोबारियों को व्यापार बढ़ाने के लिए अच्छे मौके मिलेंगे.
मेष
गुरु का यह नक्षत्र परिवर्तन मेष राशि वालों के लिए बेहद खास रहने वाला है. इस दौरान करियर में तरक्की मिलेगी. कारोबारियों को मुनाफा होगा. कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है. इस दौरा अच्छा-खासा धन लाभ होगा, जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत हो जाएगी.
मकर
मकर गुरु नक्षत्र गोचर कर मकर राशि के सकारात्मक परिणाम लाएंगे. इस दौरान मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी. कार्यस्थल पर गुणगान होगा. शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े लोगों को शुभ परिणाम प्राप्त होंगे. सरकारी नौकरी वालों को प्रमोशन की खुशखबरी मिल सकती है. उच्चाधिकारियों को प्रभावित करने में कामयाब रहेंगे.
सिंह
गुरु का यह नक्षत्र गोचर सिंह राशि के लोगों के लिए शानदार रहने वाला है. इस दौरा किस्मत का साथ मिलेगा, जिससे करियर में तरक्की की संभावनाएं बनेंगी. सरकारी नौकरी में कार्यरत लोगों के लिए अच्छा समय है. इस दौरान इन लोगों को अचानक से धन की प्राप्ति होगी.