बलौदा बाजार। रहें सतर्क। पूर्ण संतुष्टि के बाद ही करें ऑनलाइन शॉपिंग। यह सलाह जिला विधिक माप विज्ञान केंद्र उपभोक्ताओं को इसलिए दे रहा है क्योंकि भ्रामक विज्ञापन के मामले पकड़ में आने लगे हैं।
तौल उपकरणों की जांच के बाद जिला विधिक माप विज्ञान विभाग की नजर अब ऑनलाइन शॉपिंग करवाने वाली कंपनियों पर है।मिलती शिकायतें, जांच में प्रमाणित होने लगीं हैं। दंड भी दिए जाने लगे हैं। इसके बावजूद शिकायतों का सिलसिला थमा नहीं है। इसलिए एडवाइजरी जारी करते हुए सीधे उपभोक्ताओं को ही सतर्क रहकर खरीदी करने को कहा जा रहा है।

कड़ी नजर इन पर
सोशल नेटवर्किंग साइट, इंटरनेट विज्ञापन देने वाली ई-कॉमर्स कंपनियों पर जिला विधिक माप विज्ञान विभाग कड़ी नजर रखे हुए हैं। ऑनलाइन शॉपिंग का क्रेज जैसा बढ़ा हुआ है, उससे बड़ी संख्या में नए उपभोक्ता जुड़ रहें हैं। लिहाजा उपभोक्ता हितों का संरक्षण के लिए विभाग ने चौकसी बढ़ा दी है।
इसलिए कड़ी नजर
ऑन लाईन शॉपिंग के विज्ञापन की जब सूक्ष्मता के साथ जांच की गई, तो यह जानकारी मिली कि विज्ञापन में प्रोडक्ट का नाम तो बड़े अक्षरों में है लेकिन वजन, मात्रा, लंबाई, चौड़ाई और कीमत जैसी महत्वपूर्ण जानकारियां बेहद छोटे अक्षरों में है।
कार्रवाई शुरू
शिकायतों की जांच और प्रामाणिकता के बाद ऐसी इ-कॉमर्स कंपनियों पर जुर्माना और दंड दिए जाने शुरू हो चुके हैं ताकि उपभोक्ता हितों का संरक्षण किया जा सके। विभाग ने स्पष्ट किया है कि ऐसे मामले आने पर संबंधित कंपनियों पर भ्रामक विज्ञापन नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी।
नियम के अनुसार कार्रवाई
ऑनलाइन प्रॉडक्ट बेच रही ई-कॉमर्स कंपनियों के विज्ञापन पर कड़ी नजर है। विधिक माप विज्ञान अधिनियम एवं इसके तहत बनाए गए नियमों के अनुसार ऑनलाइन प्रॉडक्ट के संबंध में सभी आवश्यक घोषणाएं, जानकारियां स्पष्ट शब्दों में दिया जाना आवश्यक है ताकि उपभोक्ता को उत्पाद की जानकारी आसानी से मिल सके। जांच या शिकायतें मिलने पर विधिक माप विज्ञान अधिनियम के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
दामोदर वर्मा, निरीक्षक, जिला विधिक माप विज्ञान विभाग, बलौदा बाजार