0 नगर निगम की भर्राशाही, स्टेडियम के सामने गार्डन के फुटपाथ, पेडस्टल एवं अन्य कार्य के मेंटनेंस एवं रिपेयरिंग को लेकर फिर से दिया गया प्रस्ताव
कोरबा। टीपीनगर जोन के इंदिरा स्टेडियम परिसर में सामने गार्डन के फुटपाथ, पेडस्टल एवं अन्य कार्य का मेंटनेंस एवं रिपेयरिंग के लिए 3 लाख 90 हजार की जरूरत बताते हुए मंजूरी मांगी गई है। इस प्रस्ताव मेंं कार्य को जरूरी बताया गया है। गौर करने वाली बात यह है कि अगर कार्य जरूरी है, तो पूर्व में इसी कार्य की जिम्मेदारी लेने वाले ठेकेदार से काम पूरा क्यों नहीं कराया गया। एक तो काम पूरा नहीं किया, ऊपर से 5 प्रतिशत परफार्मेंस गारन्टी के तहत रख-रखाव का वादा भी ठेकेदार ने नहीं निभाया। बताया जा रहा कि अब उसी ठेकेदार को उपकृत करने के लिए प्रस्ताव पेश कर एक बार फिर खेल शुरू हो गया है।
उल्लेखनीय होगा कि पूर्व में स्टेडियम में पेडस्टल का काम दर्री के ठेकेदार बीटा इंजीनियरिंग के द्वारा किया जा रहा था, जो आज तक अधूरा है। इस कार्य का बिल आज तक फाइनल नहीं हुआ है। इतना ही नहीं, यह कार्य एसडी-पीजी पीरियड में है। उसी ठेकेदार को तृप्त करने एक बार फिर उसी काम के अंतर्गत मरम्मत के लिए पृथक कार्यादेश जारी किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उसी ठेकेदार को अनेकों जगह के काम का सीधा कार्यदेश दिया जा रहा है। टी.पी. नगर जोन अंतर्गत इंदिरा गांधी स्टेडियम के सामने गार्डन के फुटपाथ, पेडस्टल एवं अन्य कार्य का मेंटनेंस एवं रिपेयरिंग कार्य किया जाना था। इस कार्य के संदर्भ में सहायक अभियंता श्री पियुष राजपूत द्वारा प्रतिवेदन दिया गया है। इस कार्य को मरम्मत एवं संधारण मंद वर्ष 2020-24 अंतर्गत कराया जाना जरूरी बताया गया है, जिसके लिए उप अभियंता द्वारा स्थल निरीक्षण कर 390,000 रुपये की राशि का प्राक्कलन तैयार किया है। इस कार्य के लिए मरम्मत रखरखाव के तहत इस राशि का वार्षिक दर निर्धारण अनुबंध अंतर्गत कार्य कराए जाने की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव दिया गया है। उल्लेखनीय होगा कि निर्माण कार्य के तीन साल तक मेंटेनेंस का काम ठेकेदार का ही रहता है। जिसके लिए बिल राशि में से 5 प्रतिशत परफार्मेंस गारन्टी (पीजी) के रूप में जमा रहता है। इसके बाद भी न तो कार्य पूर्ण कराया गया और न ही मरम्मत की कवायद ही की गई। अब उसी कार्य के लिए एक बार फिर नई राशि की मांग करते हुए 390,000 रुपये प्राक्कलन तैयार की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव दिया गया है।