अचानक पड़ा दिल का दौरा या दुर्भाग्य से सांप ने डस लिया तो ऐसे में बचाव की विधियों से रूबरू हुए मतदानकर्मी

0
270

0 चुनाव के दौरान आपात स्वास्थ स्थिति से निपटने अधिकारी-कर्मचारियों को किया गया प्रशिक्षित, हार्ट अटैक, मिर्गी, स्नेकबाइट से निपटने की सिखाई गई विधि

कोरबा। चुनाव के दौरान ड्यूटी पर लगाए गए कर्मियों को कई बार ऐसे केंद्रों तक जाना होता है, जहां अपेक्षाकृत सुविधाएं तो न के बराबर होती हैं, अलबत्ता अनेक प्रकार का डर जरूर होता है। जैसे हाथी प्रभावित क्षेत्रों में हाथियों के हमले का डर, मच्छरों के दंश वाले वन्य गांव, सांप-बिच्छुओं का खतरा भी हो सकता है। खासकर ििवभन्न बीमारियों से ग्रसित मतदान कर्मियों के लिए विषम परिस्थितियों में मतदान के एक दिन पहले जाकर रात बिताना भी होता है। ऐसे में दुर्भाग्य से अचानक हार्ट अटैक, मिर्गी व अन्य मुश्किल पेश आ जाए, तो ऐसे में उन विषम परिस्थितियों से निपटने की ट्रेनिंग भी जरूरी है। इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने विशेष प्रशिक्षण की जुगत की है।

 

चुनाव निर्बाध रूप से संचालित हो सके और चुनाव कर्मी सभी स्थितियों से निपट सके इसे लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी श्री कुंदन कुमार के कुशल मार्गदर्शन में जिला निर्वाचन विभाग के द्वारा हर संभव प्रयाश किये जा रहे है इसे लेकर स्वास्थ कर्मियों द्वारा चुनाव ड्यूटी करने वाले अधिकारी कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया जिसके तहत कैसे स्नेकबाइट, हार्ट अटैक, स्ट्रोक, मिर्गी के हालात को कंट्रोल करने का प्रशिक्षण दिया गया। दरअसल भारत निर्वाचन आयोग के निदेर्शानुसार गुरुवार को अम्बिकापुर के राजमोहिनी देवी भवन में राज्य स्तरीय हेल्थ एडवाइजर, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के संयुक्त तत्वावधान में विधानसभा निर्वाचन 2023 के मद्देनजर विभिन्न आपात स्वास्थ्य स्थितियों में प्रारंभिक आवश्यक उपचार एवं प्रमुख स्वास्थ्य संबंधी बिंदुओं पर निर्वाचन कार्य में लगे सभी अधिकारी-कर्मचारियों हेतु प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।

कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन में जिले में निर्वाचन कार्य शांतिपूर्ण संपन्न कराने अधिकारियों-कर्मचारियों को निरंतर प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को निर्वाचन अवधि के दौरान आपात स्वास्थ्य स्थितियों में प्रारंभिक उपचार का प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं नगर निगम आयुक्त श्री अभिषेक कुमार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आरएन गुप्ता उपस्थित थे।

 

ड्यूटी के दौरान हो सकता है कई इमरजेंसी से सामना

स्टेट मेडिकल प्रोटोकॉल आॅफिसर एवं इमरजेंसी कॉर्डिनेटर डॉ पवन कुमार राठौर ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निदेर्शानुसार निर्वाचन कार्य में लगे अधिकारी-कर्मचारियों को ड्यूटी के दौरान बहुत सी इमरजेंसी का सामना करना पड़ता है। ज्यादातर हार्ट अटैक, लकवा, स्ट्रोक या स्नेक बाइट आदि की समस्या देखने मिलती है, इसपर समय रहते प्रारंभिक उपचार दे सकें, इसलिए निर्वाचन आयोग द्वारा ट्रेनिंग सेशन रखा गया है। मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए जिले के साथ-साथ रायपुर एवं बिलासपुर के अस्पतालों में भी बेड रिजर्व करके रखे जा रहे हैं, सभी मतदान दलों को मेडिकल इमरजेंसी से निपटने आवश्यक सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने आपातकाल में हार्ट अटैक, स्ट्रोक, मिर्गी आदि के लक्षण, तत्कालीन उपचार, आवश्यक सावधानियों आदि के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी तथा उन्होंने कहा कि ड्यूटी के समय आवश्यक दवाइयां अपने साथ रखें, समय पर भोजन लें, नियमित योगा एवं मेडिटेशन कर स्ट्रेस मैनेजमेंट पर ध्यान दें।

बेसिक लाइफ सपोर्ट, सीपीआर अजमाने के टिप्स

 

नोडल अधिकारी अभिषेक ने कहा कि निर्वाचन कार्य के दौरान दिनचर्या में बदलाव से तनाव का लेवल बढ़ जाता है, जिससे अन्य समस्याएं होती है। इसलिए आप सभी स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। इस दौरान आरबीएसके के चिकित्सा अधिकारी डॉ श्रीकांत सिंह चौहान ने बेसिक लाइफ सपोर्ट, गंभीर परिस्थितियों में हृदय एवं स्वास्थ्य से संबंधित कार्डियोपलमोनरी रिससिटेशन सीपीआर करने के तरीके के बारे में बताया। नवापारा के प्रभारी मेडिकल आॅफिसर डॉ आयुष जायसवाल ने बताया कि निर्वाचन में लगे मतदान दलों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आवश्यक दवाइयों की किट उपलब्ध करायी जा रही है, उन्होंने दवाइयों के उपयोग के सम्बंध में सभी को अवगत कराया।