नई दिल्ली। Indian Overseas Congress: अयोध्या राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा और सनातन को लेकर कांग्रेस नेता और इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने बड़ा बयान दिया है।
सैम पित्रोदा ने साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कहा है कि भारत के लोगों को यह तय करना होगा कि वे हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं या वे एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना चाहते हैं, जो वास्तव में सेक्युलर हो, जिसमें समावेशी और विविधता में यकीन करता हो।
समाचार एजेंसी से बातचीत में सैम पित्रोदा ने कहा, “2024 का चुनाव भारत के भविष्य के लिए अहम है। मुझे उम्मीद है कि भारत के लोग सोचेंगे कि 2024 का चुनाव भारत के भविष्य के लिए कितना ज़रूरी है।
उन्होंने कहा कि हम महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़े हैं जहां भारत के लोगों को तय करना होगा कि वे किस तरह का राष्ट्र बनाना चाहते हैं। क्या वे हिंदू राष्ट्र बनाना चाहते हैं या फिर वे एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करना चाहते हैं जो वास्तव में धर्मनिरपेक्ष, जिसमें समावेश, विविधता और स्थिरता को तवज्जों दी जाए।
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा आयोजन पर कही ये बात
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा आयोजन पर उन्होंने कहा- “मुझे किसी भी धर्म से कोई दिक्कत नहीं है,लेकिन मुझे समस्या तब होती है जब धर्म देश का मुद्दा बनाया जा रहा है। धर्म एक व्यक्तिगत चीज़ है। कभी-कभार मंदिर के दर्शन के लिए जाना ठीक है, लेकिन आप उसे मुख्य मंच नहीं बना सकते हैं।
पित्रोदा ने कहा, 40 प्रतिशत लोग भाजपा को वोट देते हैं. 60 प्रतिशत लोग भाजपा को वोट नहीं देते हैं। वह हर किसी के प्रधानमंत्री हैं न कि किसी पार्टी के। यही संदेश भारत के लोग प्रधानमंत्री से चाहते हैं।
पित्रोदा ने कहा, वे रोजगार के बारे में बात करें, मुद्रास्फीति के बारे में बात करें, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और चुनौतियों के बारे में बात करें। लोगों को तय करना होगा कि असली मुद्दे क्या हैं- क्या राम मंदिर असली मुद्दा है? या बेरोज़गारी असली मुद्दा है।