न्यूज डेस्क। राजस्थान (Rajasthan) के सीकर (Sikar) में फर्जी ईडी नोटिस का एक मामला (Fake ED Notice Case) सामने आया है. दरअसल, सीकर के एक बिल्डर को ईडी का फर्जी नोटिस मिला था. हालांकि, तब उसे इस बारे में नहीं पता था कि नोटिस फर्जी है. ईडी का नोटिस मिलते ही वह टेंशन में आ गया. अपने लोगों और सलाहकारों से पूछने लग गया कि उससे कहां गड़बड़ हुई? लेन-देन में कहां गलती हुई? उसे तो कुछ समझ नहीं आ रहा है. आखिरकार उसने ईडी के दफ्तर जाने का फैसला किया और जब वह ईडी के दफ्तर पहुंचा तो पूरे मामले की पोल खुल गई. आइए जानते हैं कि ईडी के फर्जी नोटिस क्या केस है.
कैसे सामने आई ED के नोटिस की सच्चाई?
बता दें कि सीकर के बिल्डर को ये तीनों नोटिस एक ही स्पीड पोस्ट के जरिए भेजे गए थे. बिल्डर जब ईडी ऑफिस पहुंचा तो नोटिस की सारी सच्चाई सामने आ गई. बिल्डर को मिले ईडी के नोटिस की जांच के बाद खुलासा हुआ कि भेजा गया नोटिस फर्जी है. इसके बाद बिल्डर ने राहत की सांस ली.
फर्जी नोटिस भेज बिल्डर को बुलाया दिल्ली
जान लें कि ईडी का फर्जी नोटिस मिलने के मामले में बिल्डर ने एफआईआर दर्ज करा दी है. बिल्डर ने इस मामले की जानकारी ईडी के टॉप अधिकारियों को भी दी है. सीकर के रहने वाले बिल्डर बनवारी लाल जांगिड़ ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह 17 नवंबर को दुबई से इंडिया वापस आए थे. यहां उनकी बेटी की शादी 15 दिसंबर को थी. उन्हें भारत आने के करीब 1 महीने बाद 19 दिसंबर को ईडी के फर्जी नोटिस मिले, जिसमें लिखा था कि उन्हें दिल्ली दफ्तर में पेश होना होगा.
ईडी के दफ्तर पहुंचा तो हुआ पर्दाफाश
हालांकि, जब बिल्डर ने ईडी ऑफिस में जाकर नोटिस के बारे में पता किया तो सच सामने आ गया. मालूम हुआ कि उन्हें भेजे गए नोटिस फर्जी हैं. ईडी ऑफिस की तरफ से उन्हें कोई भी नोटिस नहीं दिया गया. इसके बाद बिल्डर ने पुलिस में शिकायत दी और ईडी के अधिकारियों को भी इस बारे में बताया. फर्जी नोटिस की जांच की जा रही है.