छत्तीसगढ़ में बनेगा देश का सबसे लंबा ग्लास ब्रिज, लोग हवा में झूलते हुए लेंगे मजा

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बस्तर: प्रकृति ने बस्तर की खूबसूरती को रचने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है. यहां एक राह अगर मुड़ती है तो एक नई राह आकर जुड़ती है. नैसर्गिक सुंदरताओं से भरपूर बस्तर के कांगेर वैली नेशनल पार्क में पर्यटन की दृष्टि से एक नया आयाम जुड़ने जा रहा है. वन विभाग ने बस्तर की जान कहे जाने वाले तीरथगढ़ जलप्रपात के पास ग्लास ब्रिज बनाने की योजना तैयार की है. यह ब्रिज तीरथगढ़ जलप्रपात के बिल्कुल सामने होगा. ब्रिज के माध्यम से खूबसूरत जलप्रपात तीरथगढ़ को पर्यटक नजदीक से देख पाएंगे और उसका आनंद उठाएंगे.

सर्वे के बाद बनेगा ग्लास ब्रिज: इस बारे में ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान वाइल्ड लाइफ के सीसीएफ राजेश कुमार पांडेय ने कहा, “बस्तर के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में तीरथगढ़ एक बड़ा जलप्रपात है. इस जलप्रपात के नजदीक वन विभाग की ओर से ग्लास ब्रिज बनाये जाने की योजना है. जिस टीम ने राजगीर बिहार में ग्लास ब्रिज बनाया है, वही टीम बस्तर पहुंचेगी और तीरथगढ़ जलप्रपात के नजदीक सर्वे का काम करेगी. सर्वे में कितनी ऊंचाई और कितनी लंबाई का ब्रिज बनेगा, इस पर टीम रिसर्च करेगी. किस तरह का ब्रिज वो प्रपोज करेंगे? उसके आधार पर तय होगा कि ब्रिज कहां बनेगा? उसकी लागत कितनी होगी?

यूं तो बारिश के दिनों में 4 महीनों के लिए कांगेर वैली बंद रहती है, जिसके बाद बाकी के 8 महीने लाखों पर्यटक बस्तर के जलप्रपात को देखने के लिए बस्तर पहुंचते हैं. ग्लास ब्रिज के बनने से लोगों में एक नया आकर्षण देखने को मिलेगा. जलप्रपात के सामने बनने से लोगों को जलप्रपात की खूबसूरती और भी मनमोहक दिखेगी. साथ ही पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी. -राजेश कुमार पांडेय, सीसीएफ वाइल्ड लाइफ, बस्तर

जानिए क्या कहते हैं पर्यटक: ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान हरियाणा से बस्तर पहुंचे पर्यटक सुभाष ने बताया, “हमारी टीम छत्तीसगढ़ पहुंची थी तब हमें तीरथगढ़ जलप्रपात के बारे में पता चला. हम जलप्रपात को देखने पहुंचे. हमारी टीम में 67-70 साल से अधिक उम्र की महिलाएं भी शामिल हैं, जो सीढ़ी के सहारे जलप्रपात तक पहुंची. ये जलप्रपात काफी सुंदर है. जैसा इसके विषय में सुना गया था बिल्कुल वैसा ही है. बहुत अच्छा महसूस हुआ. हम फिर यहां आएंगे.” वहीं, फ्लोरिडा से पहुंचे पर्यटक भूपेंद्र वर्मा ने बताया कि, “बस्तर के जलप्रपात काफी सुंदर हैं. तीरथगढ़ का सीन काफी खूबसूरत है. इसकी तुलना बाहुबली मूवी में दर्शाए गए जलप्रपात जैसी की है. बस्तर काफी खूबसूरत है.”

बता दें कि कांगेर वैल्ली नेशनल पार्क के भीतर विशालकाय जलप्रपात के अलावा विशालकाय गुफाएं भी हैं. इसके अलावा छत्तीसगढ़ की राजकीय पक्षी पहाड़ी मैंना भी काफी संख्या में कांगेर वैल्ली में पाई जाती है. कई ऐसे विलुप्तप्राय वन्य जीव हैं, जो कांगेरवेली नेशनल पार्क के भीतर मौजूद हैं. इस कारण कांगेर वैली नेशनल पार्क को देखने के लिए हर साल लाखों की संख्या में पर्यटक बस्तर पहुंचते हैं. निश्चित तौर पर यदि तीरथगढ़ जलप्रपात के नजदीक ग्लास ब्रिज बनता है, तो देश ही नहीं बल्कि विदेशों के भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगी.