बलरामपुर– उदयपुर थाना के ग्राम खुटिया निवासी रामअवतार की पैतृक सम्पत्ति गांव में ही है। जिस पर वह कृषि कार्य करता है। आवेदक को वर्ष 2019-20 में जमीन सम्बन्धी दस्तावेज बी-वन निकालने के दौरान अपने पैतृक जमीन में पिता रामचरण के नाम से कुल दो लाख 18 हजार रुपये का केसीसी लोन स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा लखनपुर के होने की जानकारी मिली।
यह भी पता चला कि जमीन , 10 वर्ष से बैंक में बंधक है। जबकि आवेदक के पिता की वर्ष 2008 में ही मृत्यु हो हो चुकी थी। आवेदक ने 2014 में बैंक ऋण लेने की जानकारी प्राप्त कर ऋण प्राप्त करने के लिए लगे दस्तावेज में अनावेदक बलराम निवासी मुटकी उदयपुर का होना पाया।
बैंक में उसने अपना नाम रामचरण निवासी मुटकी लखनपुर बताकर बैंक से प्रार्थी के पिता के नाम से जमीन पर ऋण लिया था। मामले में आरोपित बलराम बसोंर द्वारा दरोगा दास एवं सीताराम कवर की सहायता से फर्जी रूप से प्रार्थी के मृतक पिता के कुटरचित दस्तावेज तैयार कर अपना फोटो लगाकर दो लाख 18 हजार रुपये का केसीसी बैंक ऋण प्रार्थी के जमीन पर निकाल कर गबन किया गया है।
कूटरचना और जालसाजी के इस मामले में आखिरकार पुलिस ने दरोगा दास (53)मंहगई थाना रामानुजनगर व सीताराम कवर (65) मुटकी थाना उदयपुर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ पर पता चला कि कमीशन के लालच में बलराम बसोर कों प्रार्थी के पिता रामचरण के जगह खड़ा कर फर्जी रूप से खाता खुलवाकर केसीसी लोन निकलवाया गया था।
अपराध घटित करने से प्राप्त हुआ कमीशन में से 20 हजार दरोगा दास को प्राप्त हुआ था एवं सीताराम को पांच हजार रुपये का का कमीशन प्राप्त हुआ था। प्रकरण में शामिल अन्य आरोपितों का तलाश किया जा रहा हैं। कार्रवाई में थाना प्रभारी लखनपुर निरीक्षक अश्वनी सिंह, प्रधान आरक्षक रवि सिंह, आरक्षक दशरथ राजवाड़े, जानकी राजवाड़े, अमरेश दास शामिल रहे।