कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने PM मोदी के खिलाफ एसजी के सामने विशेषाधिकार हनन की शिकायत दर्ज करा दी है. खास बात है कि कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की तरफ से दिए गए बयान के बाद शिकायत करने का फैसला किया है.
कांग्रेस ने बुधवार को ही आरोप लगाया है कि PM मोदी ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के भाषण का वीडियो शेयर कर संसदीय विशेषाधिकार के घोर हनन को बढ़ावा दिया है. प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में दिए अनुराग ठाकुर के भाषण की मंगलवार को तारीफ की थी और कहा था कि इसे जरूर सुना जाना चाहिए. कांग्रेस का आरोप हैं कि सांसद ने नेता प्रतिपक्ष की जाति पूछकर चर्चा के स्तर को गिराया है.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया मंच ‘X’ पर पोस्ट किया, ‘यह भाषण जिसे नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री ‘अवश्य सुनने’ वाला बता रहे हैं, इसमें इनके सांसद ने बेहद ही अपमानजनक, असंवैधानिक और निंदनीय बातें कही हैं. इसका वीडियो साझा करके प्रधानमंत्री ने संसदीय विशेषाधिकार के घोर उल्लंघन को बढ़ावा दिया है.’
रमेश ने कहा, ‘विपक्ष के विरोध पर सभापति जगदंबिका पाल ने आश्वासन दिया कि भाषण के उन अंशों को हटा दिया जाएगा. संसद की कार्यवाही के रिकॉर्ड से हटाए गए भाषण के अंश को संपादित और अपलोड किया जाता है. संसद टीवी ने गैर-संपादित भाषण अपलोड किया और नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री ने इसे सार्वजनिक रूप से शेयर करते हुए इसकी तारीफ की है.’ गौरव गोगोई ने भी साधा बीजेपी पर निशाना.
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, “कल बजट चर्चा में भाजपा नेताओं द्वारा की गई असंवेदनशील और क्रूर टिप्पणियों के खिलाफ संसद के अंदर विरोध प्रदर्शन किया गया. हम जानते हैं कि जाति जनगणना एक बहुत ही भावनात्मक मुद्दा है और भारत में SC-ST, OBC के कई लोग जाति जनगणना चाहते हैं लेकिन कल भाजपा द्वारा उनकी मांग का मजाक उड़ाया गया. संसद के अंदर भाजपा द्वारा उनका अपमान किया गया. हम यहां उनके अधिकार के लिए लड़ रहे हैं,
बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, ‘अनुराग ठाकुर ने पूछ के क्या गुनाह कर दिया? सही तो पूछा. अगर कोई मुझसे जाति पूछे तो मुझे कोई दिक्कत नहीं. मैं पूछता हूं कि राहुल गांधी, आपकी जाति क्या है लेकिन वह अपनी जाति नहीं बताएंगे. इनका उद्देश्य सनातन को तोड़ना है. मां और बेटे(सोनिया गांधी और राहुल गांधी) मिलकर भारत के सनातन को खंडित करना चाहते हैं.”जाति जनगणना के लिए लड़ रहे हैं और इसीलिए हमने विरोध किया.”