रायपुर : महादेव आनलाइन सट्टे को लेकर ईडी की गिरफ्त में आया एएसआई चंद्रभूषण वर्मा,सट्टे के पैसे को कलेक्ट कर एप के कर्ताधर्ता को पुलिस कार्रवाई न होने का भरोसा दिलाता था। ईडी के वकील सौरभ पांडे ने सुनवाई के बाद मीडिया से कहा कि यह पैसा पुलिस के कई अधिकारियों को भी जाता था। डॉ.पांडे ने कहा कि एप के कर्ताधर्ताओं संरक्षण देने वालों में विनोद वर्मा का भी नाम सामने आया है।
बता दें कि ऑनलाइन सट्टा केस में ASI समेत 4 आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया। जहां कोर्ट ने ED को 6 दिन की रिमांड दे दी है। अगली सुनवाई 29 अगस्त को होगी। सट्टा कारोबारी से जुड़े लोगों को गिरफ्तार कर बुधवार को रायपुर जिला कोर्ट में पेश किया गया था। जिनमें ASI चंद्रभूषण वर्मा, सतीश चंद्राकर, कारोबारी अनिल दामानी और सुनील दामानी को आरोपी बनाया गया है। सभी आरोपियों को मंगलवार को पूछताछ के लिए ED ने हिरासत में लिया था। मामले में वकील, पुलिस, ट्रांसपोर्टर, सीए और जमीन कारोबारियों को शिकंजे में लिया गया है। ASI को ED ने बीजापुर से हिरासत में लिया था।
रवि दुबई जो आज ईडी के लिए सबसे महत्वपूर्ण कड़ी साबित हुई है।
छत्तीसगढ़ में अभी हाल की ही दो बड़ी रेड ने राज्य में चल रहे एक और सिंडिकेट का चौंकाने वाला खुलासा किया है जिसके तार देश के बाहर भी जुड़े हैं।
एक साधारण ओहदे पर बैठे एएसआई चंद्र भूषण वर्मा इस रैकेट की महत्वपूर्ण कड़ी साबित हुआ और अब इससे जुड़े बड़े पुलिस अधिकारी और राजनेताओें तक इसके माध्यम से ईडी पहुंचने के लिए पूरे प्रमाण जुटा रही है।एक साधारण ओहदे पर बैठे एक एएसआई से कुछ बड़े पुलिस अधिकारी व राजनेताओें का लेनदेन उनके लिए बड़ी बेचैनी का सबब बन गया है।