दुर्ग। Big Update : ढाबे पर खाना खाकर लौटते समय परिवार की कार शिवनाथ नदी में डूब गई, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद रेस्क्यू टीम ने 4 के शव बरामद कर लिए थे लेकिन 1 बच्ची का शव तीन दिन बाद आज शुक्रवार को मिला। ढाबे पर खाना खाने गए इस परिवार की फुटेज सीसीटीवी में सामने आई थी, जिसमें पिकअप पर 5 लोग सवार थे।
दुर्ग जिले के शिवनाथ नदी में 6 सितम्बर को मंगलवार रात बड़ा हादसा हो गया। शिवनाथ के पुराने पुल से बोलेरो पिकअप वाहन गिर पड़ी। जिसमें 5 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। चार लाशें बरामद कर ली गई है। एक बच्ची का पता नहीं चल पा रहा था। ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है कि बच्ची पानी के बहाव के साथ बह गई होगी। घटना के फौरन बाद किसी ने पुलगांव पुलिस को सूचना दी कि एक बोलेरो पिकअप वाहन पुराने पूल से नदी में गिर गई है।
आधार कार्ड से हुई पहचान
लाश मिलने के बाद पुलिस ने पहचान के लिए मृतकों की तलाश ली। मृतक की पहचान ललित साहू निवासी बोरसी दुर्ग मूल निवासी सकरौद जिला बालोद के रुप में हुई। काफी देर तक मृतका तथा दोनों बच्चियों की पहचान नहीं हो पा रही थी। इसलिए ऐसा अंदेशा जताया जाने लगा कि संभवत यह एक ही परिवार है। इस बीच तलाश के दौरान बोलेरो में एक पर्स मिला।
जिसमे महिला तथा तीन बच्चों का आधार कार्ड मिला। आधार कार्ड में मृतका का नाम तामेश्वरी देशमुख (33) पति गिरिश देशमुख निवासी सकरौद (गुंडरदेही), कुमारी यशलक्ष्मी (13) पिता गिरीश, कुमारी गरिमा (11) पिता गिरीश तथा कुमारी कुमुद (7) पिता गिरीश लिखा हुआ था। जिसके आधार पर यह तय हो गया कि तीनों बच्चे मृतका के ही थे। गाड़ी में आधार कार्ड व पर्स तो मिला लेकिन ललित या तामेश्वरी का मोबाइल बरामद नहीं किया जा सका है। अब तक कुमुद लापता थी जिसका शव देर रात बरामद हुआ। लापता बच्ची का शव बेलौदी गांव में मिली है।
पति को बताकर बच्चों के साथ खाना खाने गई थी तामेश्वरी
जांच के दौरान जो बातें छनकर सामने आई उसके मुताबिक ललित साहू व तामेश्वरी दोनों सकरौद गांव के रहने वाले थे। ललित बीएसपी में ठेका मजदूर था। पिकअप वाहन चलाता था। वह गांव छोड़कर बोरसी दुर्ग में रहने लगा था। ललित शादी शुदा है तथा उसके भी तीन बच्चे हैं। वहीं तामेश्वरी का पति गिरीश सीएफ में नौकरी करता है। उसकी ड्यूटी रायपुर में है। तामेश्वरी कुछ दिनों से दुर्ग कसारीडीह में अपने पति व बच्चों के सात किराए के मकान में रह रही थी।
तामेश्वरी के पति गिरीश ने बताया कि गिरीश उसके गांव का था। अच्छी जान पहचान थी। घर आना जाना था। मंगलवार को त्यौहार के कारण तामेश्वरी ने बाहर खाना खाने की बात कही। ललित उसकी पत्नी व बच्चों को लेकर खाना खिलाने ले गया था। जब काफी रात तक उनके लौट आने की सूचना नहीं मिली तब गिरीश (Accident in Durg) ने तलाश शुरू की। सुबह उसे घटना की सूचना मिली।