न्यूज डेस्क। देश में कई ऐसे पुलिस ऑफिसर्स हैं, जिनकी लाइफ शुरू से ही काफी स्ट्रगल भरी रही. लेकिन उन्होंने सारी मुश्किलों से लड़ते हुए अपना मुकाम हासिल किया और देश सेवा के लिए पुलिस में भर्ती हुए. इन पुलिस ऑफिसर्स को उनके काम के लिए जाना जाता है. आज हम आपको ऐसी ही एक महिला पुलिस ऑफिसर के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने एयर होस्टेस की जॉब को छोड़कर देश सेवा में जाने का सोचा और पुलिस में भर्ती हुईं. पीएससी क्लियर करने के बाद अपने काम के कारण पहचान बनाने वाली इन महिला DSP का नाम नेहा पच्चीसिया (Neha Pachisia) है, जो भोपाल (मध्यप्रदेश) के पुलिस मुख्यालय में पदस्थ हैं.
कौन हैं नेहा पच्चीसिया (Who is Neha Pachisia)
DSP नेहा पच्चीसिया मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के पचोर तहसील की रहने वाली हैं. वे मध्यमवर्गीय परिवार से आती हैं. उनके पिता टीचर और मां हाउसवाइफ हैं. वे 4 बहनों में सबसे बड़ी हैं. उन्होंने 2012 से 2016 तक पीएससी के प्रिलिम्स और मेन्स एग्जाम दिए. फिर जब एक साथ 2016 में इंटरव्यू हुए तो वे एक साथ चारों एग्जाम में सिलेक्ट हो गई थीं. MPPSC में उन्हें 20वीं रैंक मिली थी.
एडमिशन के लिए मां ने 3 दिन तक नहीं खाया था खाना
DSP नेहा ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था, उनकी मां शुरू से ही चाहती थीं कि उनकी बेटियों की पढ़ाई अच्छे स्कूल में हो. जब वे स्कूल में थीं, उस समय पचोर में एक भी अच्छा स्कूल नहीं था. लेकिन हां, एक इंग्लिश मीडियम स्कूल था, लेकिन उसमें एडमिशन के लिए परिवार के बुजुर्ग तैयार नहीं थे, क्योंकि उनका मानना था कि अगर स्कूल में पढ़ने के बाद बेटी ने धर्म बदल लिया तो क्या होगा? उसी दौरान उनके एडमिशन के लिए उनकी मां ने चिंता में 3 दिन तक खाना नहीं खाया था.
एयरहोस्टेस से डीएसपी बनने तक का सफर
DSP नेहा ने 12वीं के बाद एविएशन में डिप्लोमा किया और उसके बाद एयर इंडिया में एयर होस्टेस की जॉब भी की थी. इसके साथ ही उनके पास कई कंपनियों के विदेश से भी नौकरी के लिए ऑफर आने लगे और उनमें भी नौकरी की. इंटरव्यू के दौरान नेहा ने बताया था, मेरी एयर होस्टेस की जॉब में ग्लैमर तो था, लेकिन मुझे अंदर से सैटिसफैक्शन नहीं मिल रहा था और मुझे जॉब से अंदर से उतनी खुशी भी नहीं मिल रही थी.
उसके बाद जब मैं एक बार पचोर गई तो मेरे मन में आया, मैं तो बाहर निकल गई हूं, लेकिन मेरे अलावा कई ऐसी लड़कियां हैं, उनका क्या? मैं उनकी किस तरह मदद कर सकती हूं, जिससे मुझे खुशी मिल सके. बस फिर क्या था, मैंने नौकरी छोड़ी और फिर पीएससी की तैयारी शुरू कर दी. मैंने पुलिस में सिलेक्शन से पहले मैंने वुमन एंड चाइल्ड डेवलप डिपार्टमेंट में भी जॉब की थी.
सीएम कर चुके हैं सम्मानित
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना काल में अच्छा काम करने और व्यवस्था बनाए रखने के लिए नेहा पच्चीसिया को सम्मानित भी किया था. इसके साथ ही जब वे गुना की CSP थीं, उस समय कोरोना महामारी के समय पुलिस कर्मियों की हौसला अफजाई के लिए देश भक्ति गानों पर डांस भी किया था, जो कि सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था और काफी तारीफ भी हुई थी.
नेहा ने इंटरव्यू के दौरान कहा था कि अगर किसी में मंजिल को पाने का जुनून होता है, तो वह कुछ भी हासिल कर सकता है. अगर कोई अपनी मंजिल पाना चाहता है तो उसके पीछे पूरी मेहनत से लग जाना चाहिए. मेहनत कभी भी बेकार नहीं जाती.