कोरबा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर अग्निपथ योजना के विरोध में कांग्रेस का 27 जून को छत्तीसगढ़ प्रदेश के सभी 90 विधानसभा क्षेत्र में सत्याग्रह आंदोलन किये जाने निर्णय लिया गया है। सभी विधानसभा में सत्याग्रह आंदोलन को सफल बनाने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा 70 विधायको सहित सांसदों व प्रदेश कांग्रेस के पदाधिकारियों को प्रभारी नियुक्त किया गया है। कोरबा जिले के चारों विधानसभा रामपुर हेतु सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत, कोरबा हेतु राजस्व मंत्री जयसिंह सिंह अग्रवाल, कटघोरा हेतु विधायक पुरूषोत्तम कंवर एवं पाली तानाखार हेतु विधायक मोहित केरकेट्टा को जिम्मेदारी दी गई है।
कोरबा विधानसभा स्तर पर सत्याग्रह आंदोलन की तैयारी को लेकर राजस्व मंत्री एवं कोरबा विधानसभा प्रभारी जयसिंह अग्रवाल ने कांग्रेस पदाधिकारियों की आज बैठक ली। बैठक के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि अग्निपथ योजना के विरोध में 27 जून को आयोजित एक दिवसीय सत्याग्रह आंदोलन से कांग्रेस संगठन द्वारा केन्द्र सरकार से अग्निपथ योजना को तत्काल युवाओं के हित में वापस लेने की मांग करेगी।
जयसिंह अग्रवाल ने बताया कि कोरबा विधानसभा स्तरीय सत्याग्रह आंदोलन 27 जून 2022 दिन सोमवार को प्रातः 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक सुभाष चौक निहारिका में होगी।
आंदोलन को सफल बनाने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं, महिला कांग्रेस, पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों एवं युवा साथियों की उपस्थित प्रार्थनीय है।
बैठक में मुख्य रूप से महापौर राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्यामसुंदर सोनी, जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल, श्रीमती सपना चौहान, कार्यकारी अध्यक्ष सत्येन्द्र वासन, पूर्व अध्यक्ष श्रीमती उषा तिवारी, प्रदेश महामंत्री रेखा त्रिपाठी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती कुसुम द्विवेदी, उपाध्यक्ष अवधेश सिंह, राजेन्द्र सिंह ठाकुर, मुकेश राठौर, श्रीमती रश्मि सिंह, इंटक अध्यक्ष विकास सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष संतोष राठौर, दुष्यंत शर्मा, पूर्व सभापति धुरपाल सिंह कंवर, अल्पसंख्यक प्रकोष्ट के जिला अध्यक्ष मो. शाहिद, शाहिद कुरैशी, सेवादल प्रमुख प्रदीप पुरायणे, ममता अग्रवाल, सुनीता तिग्गा, पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ट के जिला अध्यक्ष गजानंद साहू, गिरधारी बरेठ, अनुसूचित जाति प्रकोष्ट के अध्यक्ष पुष्पा पात्रे, वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश चंद निषाद, लक्ष्मी देवांगन आनंद पालीवाल, रामइकबाल, ए डी जोशी, प्रदीप अग्रवाल, प्रदीप सोनी, यशवंत चौहान, हाजी इकबाल दयाला, एफ डी मानिकपुरी, महेन्द्र थवाईत, भुनवेश्वर राज, पार्षद मस्तुल कंवर सुनील पटेल, बद्री किरण, रवि चंदेल, शैलेन्द्र सिंह , अमरजीत सिंह, रोपा तिर्की, अरूण वर्मा, अनुज जायसवाल, दिनेश सोनी, एल्डरमेन एस. मूर्ति, द्रोपति तिवारी, राजकुमारी महंत, मनीषा अग्रवाल, माधुरी ध्रुव, शांता मण्डावे, दुर्गा सिंह, सीमा उपाध्याय, गीता महंत, संजू पैकरा, ब्रदी साहू, राजेश यादव फरीद खान, सुमीत दुलानी, सुरेश पटेल, भुनेश्वर दुबे, मुन्ना खान, जगन्नाथ थवाईत, प्रभात डडसेना, बनवारी पाहुजा, सुनील सुना, पोषक दास महंत, नाजीर खान, पोषण वर्मा, मनोज कुमार, रामनरायण रजक, इदरीश मेमन, नीलम पटेल, सोनी कर्ष, विजय धीवर प्रकाश दास महंत, इमरान खान, अगार दास मानिकपुरी, साबदा खान, अश्वीन कुमार, आशा, मंजू श्रीवास, अनिता वैष्णव, आर. बंजारे, श्यामू यादव सहित पदाधिकारियों ने सुझाव दिये और कहा कि आंदोलन को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
KORBA: सत्याग्रह को सफल बनाने की बनी रणनीति… राजस्वमंत्री ने कहा सभी कार्यकर्ता 27 को सुभाष चौक में करेंगे प्रदर्शन…
KORBA: अब गंभीर बीमारी से जूझ रहे बादल का होगा इलाज… कलेक्टर ने बढ़ाया मदद के लिए हाथ, और…
कोरबा। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने एक बार फिर संवेदनशीलता जाहिर करते हुए न्यूरो संबंधी बीमारी से जूझ रहे बच्चे के इलाज के लिए तात्कालिक सहायता प्रदान की है। कलेक्टर ने विकासखंड पोंडी उपरोड़ा के अंतर्गत ग्राम पंचायत कोनकोना के आश्रित ग्राम धौरामुडा निवासी नौ वर्षीय बालक बादल के इलाज के लिए डीएमएफ मद से एक लाख रुपए की राशि स्वीकृत की है। साथ ही बच्चे के बेहतर इलाज के लिए जिला प्रशासन द्वारा आगे भी सहयोग प्रदान किया जाएगा। राशि स्वीकृत हो जाने से खराब आर्थिक स्थिति से गुजर रहे परिवार को बच्चे के इलाज में सहायता मिलेगी। बच्चे के परिजनों को बादल के बेहतर इलाज के लिए एम्स रायपुर या अन्य बड़े अस्पतालों के न्यूरो विभाग में इलाज कराने की परामर्श दी गई है।
IPS की गाड़ी को टक्कर मारकर भागे बदमाश…पकड़े गए तो पता चला कि ये है डीजल चोर…
बिलासपुर। बिलासपुर में प्रशिक्षु आईपीएस व उनकी टीम ने डीजल चोरी करने वाले बड़े गिरोह को पकडऩे में कामयाबी हासिल की है। गिरोह के आठ आरोपी सदस्यों को गिरफ्तार करने के साथ ही दो हजार लीटर डीजल बरामद किया गया है।
प्रशिक्षु आईपीएस व सीपत थाना प्रभारी विकास कुमार ने बताया कि गुरुवार की रात गश्त पर थे। इस दौरान वे आसपास के इलाकों में गश्त करते हुए हींडाडीह तरफ पहुंच गए। तभी तड़के चार बजे उन्होंने हींडाडीह मोड़ के पास सड़क किनारे खड़ी बोलेरो को देखा और अपनी गाड़ी रुकवाई। पुलिस की गाड़ी को देखकर बोलेरो चालक टक्कर मारते हुए तेजी से सीपत की ओर भाग निकले। पुलिस की टीम के साथ आईपीएस विकास कुमार ने उनका पीछा किया। लेकिन, बोलेरो सवार नहीं मिले।
इस घटना के बाद सीपत पुलिस की टीम के साथ आईपीएस विकास कुमार आसपास के इलाकों में बोलेरो की तलाश करते रहे। इसके साथ ही सरकंडा थाने को भी नाकेबंदी करने के लिए पाइंट दिया गया। करीब दो घंटे के बाद पता चला कि संदिग्ध बोलेरो दर्राभाठा में है। खबर मिलते ही अपनी टीम के साथ विकास कुमार वहां पहुंच गए। इस दौरान पुलिस ने आरोपी ड्राइवर दिनेश सोनवानी को पकड़कर बोलेरो की तलाशी ली। तब बोलेरो के पीछे ड्रम में 35 लीटर डीजल मिला। आरोपी से पूछताछ में पता चला कि दो बोलेरो में डीजल चोरों का गिरोह सक्रिय है। गिरोह में जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा के बगडबरी निवासी आरोपी धनसिंह (24 साल), आरोपी उमेंद राम (29 साल), आरोपी जनकराम (47 साल) शामिल हैं। पूछताछ में यह भी पता चला चोरी के डीजल को कुकदा में रहने वाले आरोपी राजू के मकान में रखते हैं। जानकारी जुटाने के बाद पुलिस ने आरोपी राजू के घर दबिश देकर दो हजार लीटर डीजल बरामद किया। वहीं मामले में दो आरोपी खरीदार राधेश्याम पटेल और आरोपी सुंदरलाल पटेल को भी गिरफ्तार किया गया है।
42 लाख के पैकेज वाली नौकरी छोड़ खड़ी कर दी कंपनी, 300 लोगों को दिया रोजगार…जानिए पूरा मामला
लखनऊ। 42 लाख का सालाना पैकेज…लाइफ सेट थी। लेकिन कुछ अलग करने की चाहत और कलाम साहब की सीख ने शहर के रोहित मांगलिक को उद्यमी बना दिया। रोहित ने साल 2020 में एडुगोरिल्ला नाम से स्टार्टअप शुरू किया था। पांच लोगों के साथ शुरू किया गया स्टार्टअप आज 300 कर्मचारियों की कंपनी बन चुकी है। कंपनी का सालाना टर्नओवर करीब दस करोड़ रुपये है। कंपनी की कामयाबी को देखते हुए विदेशी कंपनी ने भी निवेश किया है। कंपनी की कामयाबी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दुनिया में टॉप टेन एजुकेशन सेक्टर में एडुगोरिल्ला कंपनी का नाम है।
32 बरस के रोहित मांगलिक ने साल 2012 में बीटेक पास किया था। उसके बाद आईटी सेक्टर की कई निजी कंपनियों में नौकरी की। रोहित कहते हैं कि नौकरी में खुद को बंधा महसूस करता था। तभी कंपनी में एक आयोजन के दौरान पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम से मुलाकात की हुई। उन्होंने कहा था कि ‘कभी अपने बारे में मत सोचो, जब देश के लिए सोचोगे तो कुछ बेहतर कर पाओगे’। उनकी बात और कुछ नया करने की चाहत के साथ 2017 में नौकरी छोड़ दी और फर्रुखाबाद लौट आया। सात कर्मचारियों के साथ मिलकर करियर काउंसलिंग शुरू की। छोटे शहर से काम शुरू करने पर कई परेशानियां आईं, लिहाजा हम फेल हो गए। फिर भी हिम्मत नहीं हारी लखनऊ के पत्रकारपुरम से दफ्तर शुरू करते हुए काम शुरू किया। लेकिन वहां पहले से काबिज बड़ी कंपनियों के सामने टिक नहीं सके।
दो नाकामियों से सीखा
रोहित कहते हैं कि दो बार स्टार्टअप शुरू किया जो नाकाम हो गया। मैंने उससे सीखा। लगा सिर्फ काउंसलिंग से काम नहीं चलेगा। हमें उस सेक्टर में काम करना होगा जहां कोई ध्यान नहीं देता। हमें बच्चों की परेशानी उनके बीच जाकर समझनी होगी। हम बच्चों के बीच गए। वहां से पता चला कि इंटर पास करने के बाद उन्हें कोई गाइड करने वाला नहीं होता। किस सेक्टर में जाएं? किस परीक्षा की तैयारी करें? कब तैयारी करें? हमने इन्हीं सवालों के सामाधान के लिए 2020 में युवाओं की एक टोली लेकर एडुगोरिल्ला नाम से ऐप बनाया। यह ऐप छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा की सही जानकारी देता है।
इस ऐप को घर-घर पहुंचाने के लिए कई कोचिंग इंस्टिट्यूट से मिलकर उन्हें इसकी खूबियों के बारे में बताया। ऐप में देश भर में पुलिस भर्ती से लेकर पटवारी समेत 1600 भर्ती परीक्षा का पूरा पैकेज शामिल था। इस पैकेज में छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा पास करने की सही गाइडलाइन दी गई। रोहित बताते हैं कि टीम की मेहनत की बदौलत देश भर के 3000 इंस्टिट्यूट से कंपनी का करार हुआ। मौजूदा वक्त में कंपनी से संचालित कोर्स से 70,000 छात्र जुड़े हुए हैं।
परीक्षा से संबंधित किताब का पूरा पैकेज भी लॉन्च किया जो ईकॉमर्स साइट्स पर बेहद कम दामों में है। रोहित का दावा है कि आने वाले वक्त में इंस्टिट्यूट शहर के 500 कर्मचारियों को रोजगार देगा। देश भर के पांच लाख से अधिक छात्रों को एडुगोरिल्ला ऐप से जोड़कर सरकारी नौकरी दिलवाने में मदद करेगा।
9 साल के बच्चे ने अग्निवीरों पर गाया गाना, ‘सुनिं ये मोदी चाचा, 4 साल के नौकरी पे के दिही दहेज जी
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अग्निपथ बवाल के बीच छपरा के किशोर रौनक रतन का व्यंग करता हुआ गाना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. व्यंग करते हुए गाने में रौनक रतन बात रहा की पूर्ण कालीन नौकरी के बदले अल्पकालिक नौकरी देने में युवकों को क्या क्या परेशानी हो सकती है.
अग्निपथ बवाल के बीच छपरा के किशोर रौनक रतन का व्यंग करता हुआ गाना सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. व्यंग करते हुए गाने में रौनक रतन बात रहा की पूर्ण कालीन नौकरी के बदले अल्पकालिक नौकरी देने में युवकों को क्या क्या परेशानी हो सकती है. प्रधानमंत्री मोदी को संबोधित करते हुए गए गए गाने को सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है. Social Media पर यह गाना लोगों को बहुत ही ज्यादा पसंद आ रहा है. देखा जाए तो ये गाना बोजपुरी में गाया है. इसका मतलब ये है कि अग्निवीरों को बहुत ही नुकसान होने वाला है. 4 साल की नौकरी में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. देश में ज्वलंत मुद्दा अग्निपथ के बीच गए गए गाना को लोग सोशल मीडिया पर जमकर सराहना कर रहे है, गाना वी लोग अलग अलग कैप्शन के साथ शेयर कर रहे है.
सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना रौशन रतन का उम्र 9 वर्ष बताया जा रहा है. पांचवी कक्षा में पढ़ने वाला रौशन का पूर्व में भी कई गाने वायरल हो चुके हैं. कोरोना के समय वायरल हुआ पहला गीत स्कूल खुलते ही चले आते हो कोरोना को इंटरनेट पर जमकर तारीफ मिली थी. इसके बाद पढावल छोड़ी गुरुजी खोजी मधुशाला भी जमकर वायरल हुआ था. तीसरा गीत सोनुआ के पढ़ा दी को लोगो ने खूब पसंद किया था. चौथे गाने के रूप में अग्निवीर को लोग पसंद कर रहे है. रौनक रतन के पिता संगीत शिक्षक है. प्रत्येक ज्वलंत मुद्दा पर गीत वायरल होने के बाद रौनक को जिले का वायरल बॉय कहा जाने लगा है. वायरल गीत में रौनक के साथ उसके भाई द्वारा तबला बजाया जा रहा है.
6 साल बाद पत्नी से तलाक ले रहे हैं रैपर रफ्तार, ये सिंगर्स भी तलाक लेकर हो चुके हैं अलग, एक से हर्जाने में मांगे गए थे 10 करोड़
रैपर रफ्तार (Raftaar) अपनी पत्नी कोमल वोहरा (Komal Vohra) से तलाक (Raftaar and Wife Komal Divorce) लेने जा रहे हैं। उन्होंने 2020 में तलाक की अर्जी डाली थी लेकिन कोरोना की वजह से इसमें देरी होती गई।
अब दोबारा से इस पर लीगल तौर पर काम शुरू हो चुका है और इस साल 6 अक्टूबर को दोनों के तलाक के पेपर पर साइन होने हैं। रफ्तार और कोमल ने 5 साल तक एक-दूसरे को डेट किया था और 2016 में शादी के बंधन में बंधे (Raftaar and Komal Marriage) थे। अब दोनों अपनी राहें अलग कर रहे हैं। रफ्तार से पहले भी कई सिंगर और रैपर ऐसे रहे हैं जिनका अपनी पत्नी से तलाक हो गया है।
सरकार गिरने-गिराने के खेल में जिन चार्टर्ड प्लेन से विधायक करते हैं सफर, जानिए उसमें कितना होता है खर्च
महाराष्ट्र की राजनीति में जारी उठापटक के बीच एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि उन्हें 52 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। वहीं, दूसरी ओर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार (24 जून) को सेना भवन में वर्चुअल मीटिंग ली। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे के बेटे शिवसेना के सांसद हैं, मैंने उनके लिए सब कुछ किया। मेरे पास जो विभाग था वह शिंदे को दिया गया था। लेकिन वह मुझ पर कई आरोप लगा रहे हैं।
35 लाख रुपए का खर्च: इस तरह के ऑपरेशन से परिचित इंडस्ट्री एक्स्पर्ट्स ने इंडिया टुडे को बताया कि ऐसे जेट विमानों को किराए पर लेने की लागत ओरिजिन, गंतव्य, रूट, यात्रियों की संख्या, ईंधन की कीमतों, मौसम की स्थिति से लेकर कई कारकों पर निर्भर करती है। इंडस्ट्री एक्स्पर्ट्स ने बताया कि आठ सीटों वाले Hawker 800XP में बागी विधायकों के समूह को गुवाहाटी लाने में लगभग 35 लाख रुपए का खर्च आया।
बोइंग 737 मैक्स 8 पर 60-65 लाख रुपए खर्च: वहीं, एक बड़े बोइंग 737 मैक्स 8 को किराए पर लेने की अनुमानित लागत लगभग 60-65 लाख रुपए आई। चूंकि सूरत और गुवाहाटी में कोई एयरक्राफ्ट नहीं है, इसलिए जेट को कहीं और से लाने की जरूरत पड़ती है, जिससे कुल लागत बढ़ जाती है। प्राइवेट जेट और हेलीकॉप्टर चार्टर कंपनी Bookmyjet के संस्थापक संतोष के शर्मा के अनुसार, कीमत इस बात पर निर्भर करती है कि विमान कहां से आ रहा है। इस केस में Hawker ने हैदराबाद से सूरत और फिर गुवाहाटी के लिए उड़ान भरी।
इस सबके बीच महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के 30 से ज्यादा विधायकों को पिछले दो दिनों में कमर्शियल जेट से महाराष्ट्र से असम भेजा गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि सूरत के रास्ते मुंबई से गुवाहाटी तक पहुंचने के लिए इस तरह के हाई-फ्लाइंग ऑपरेशन की लागत कितनी होगी? दरअसल, प्राइवेट जेट ऐसे दांव-पेंच वाले राजनीतिक कामों के लिए जिनमें प्राइवेसी और प्लानिंग की जरूरत होती है पसंदीदा विकल्प बन गए हैं।
संतोष शर्मा के अनुसार, सूरत-गुवाहाटी बोइंग 737 चार्टर का स्टैंडर्ड रेट लगभग 40 लाख रुपए है, जबकि छोटे बिजनेस जेट के लिए स्टैंडर्ड रेट लगभग 17 लाख रुपए+ 18% जीएसटी है। वहीं एक Learjet 45XR की कीमत Hawker 800 XP के लगभग बराबर या उससे थोड़ी कम है।
सूरत से गुवाहाटी पहुंचे विधायक: बुधवार (22 जून 2022) की दोपहर करीब 2:40 बजे, एक बोइंग 737 Max 8 ने सूरत हवाई अड्डे से महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे ने बागी शिवसेना विधायकों के एक समूह के साथ गुवाहाटी के लिए उड़ान भरी थी। यह हवाई यात्रा लगभग 3 घंटे 41 मिनट की थी। 189 सीटों वाले इस जेट को खासतौर पर विधायकों के लिए कमर्शियल एयरक्राफ्ट कैरियर स्पाइसजेट से किराए पर लिया गया था।
कमर्शियल फ्लाइट ट्रैकिंग सर्विस Flightradar24 के डेटा से पता चलता है कि महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट शुरू होने के बाद स्पाइसजेट से किराए पर लिए गए बड़े जेट के अलावा, दो और छोटे कमर्शियल जेट गुवाहाटी पहुंचे थे।
Indian Railways: ट्रेन टिकट पर लिखा यह 5 डिजिट का नंबर देता है कई बड़ी जानकारियां, जान लीजिए फायदे में रहेंगे
Indian Railways Ticket 5 Digit Number: अगर आप ट्रेन में सफर करते हैं तो ये खबर आपके बड़े काम ही है. आज आपको ट्रेन टिकट और यात्रा से जुड़े एक बड़े नियम के बारे में बता रहे हैं. क्या आपने कभी ट्रेन की टिकट पर मौजूद 5 डिजिट के नंबर पर गौर किया है? आपकी टिकट पर मौजूद ये 5 डिजिट का नंबर आपको कई बड़ी जानकारियां देता है. ये नंबर आपको बताता है कि आप कहां जा रहे हैं और कहां से आ रहे हैं. इतना ही नहीं यह नंबर आपको ट्रेन की स्थिति और कैटेगरी भी बताता है. आइए बताते हैं कि सिर्फ 5 डिजिट का यह नंबर इतना सब कुछ कैसे बता सकता है.
क्या ख़ास है इस 5 डिजिट के नंबर में?
गौरतलब है कि हर ट्रेन का अपना एक विशेष नंबर होता है, जो उसकी पहचान होता है. ये डिजिट 0 से लेकर 9 तक के हो सकते हैं. आइए जानते हैं इन पांच डिजिट के नंबर के बारे में.
किस डिजिट का क्या है मतलब?
5 डिजिट में पहले डिजिट (0-9) के अलग-अलग मतलब होते हैं.
0 का मतलब है कि ये ट्रेन स्पेशल ट्रेन है. (समर स्पेशल, हॉलीडे स्पेशल या अन्य स्पेशल)
1 से 4 तक डिजिट का मतलब
– अगर पहला डिजिट 1 है यानी यह ट्रेन लंबी दूरी तक जाती है. साथ ही यह ट्रेन राजधानी, शताब्दी, जन साधारण, संपर्क क्रांति, गरीब रथ, दूरंतो होगी.
– पहला डिजिट 2 है यानी यह ट्रेन लंबी दूरी की है. 1-2 दोनों ही डिजिट की ट्रेनें एक ही श्रेणी में आती हैं.
– अगर पहला डिजिट 3 है तो यह ट्रेन कोलकाता सब अरबन ट्रेन है.
– अगर पहला डिजिट 4 है तो यह नई दिल्ली, चेन्नई, सिकंदराबाद और अन्य मेट्रो सिटी की सब अरबन ट्रेन है.
5 से 9 तक डिजिट का मतलब
– अगर पहला डिजिट 5 है तो यह सवारी गाड़ी है.
– अगर पहला डिजिट 6 है तो ये मेमू ट्रेन है.
– अगर पहला डिजिट 7 है तो यह डेमू ट्रेन है.
– अगर पहला डिजिट 8 है तो यह आरक्षित ट्रेन है.
– अगर पहला डिजिट 9 है तो यह मुंबई की सब अरबन ट्रेन है.
दूसरा और उसके बाद का डिजिट
आपको बता दें कि इसमें दूसरा और उसके बाद का डिजिट पहले डिजिट के अनुसार ही होता है. जैसे अगर किसी ट्रेन के पहले लेटर 0, 1 और 2 से शुरू होते हैं तो बाकी के चार लेटर रेलवे जोन और डिवीजन को दर्शाते हैं. यह 2011 4-डिजिट स्कीम के अनुसार होता है. आइए जानते हैं इनके नंबर.
0- कोंकण रेलवे
1- सेंट्रल रेलवे, वेस्ट-सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे
2- सुपरफास्ट, शताब्दी, जन शताब्दी को दिखाता है. इन ट्रेन के अगले डिजिट जोन कोड को दर्शाते हैं.
3- ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट सेंट्रल रेलवे
4- नॉर्थ रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे
5- नेशनल ईस्टर्न रेलवे, नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे
6- साउथर्न रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे
7- साउथर्न सेंट्रल रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे
8- साउथर्न ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट कोस्टल रेलवे
9- वेस्टर्न रेलवे, नार्थ वेस्टर्न रेलवे और वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे
इसके साथ ही आपको बता दें कि जिस ट्रेन का पहला डिजिट 5,6,7 में से एक होता है उनका दूसरा डिजिट जोन को दिखाता है और बाकी डिजिट उनके डिविजन कोड को बताता है. यानी ये नंबर आपके बड़े काम का है.
DEO पर लगा वसूली का आरोप… कांग्रेस नेता ने CM को लिखी चिट्ठी…
कोरबा। जिला शिक्षा अधिकारी पर वसूली का आरोप लगा है। आरोप लगाने वाले कांग्रेस नेता ने डीईओ के कार्य प्रणाली की मुख्य मंत्री से की है।
बता दें कि अटेचमेंट हो विभागीय खरीदी सभी मे अनियमितता का आरोप लगते रहा है। अब कांग्रेस नेता ने शिक्षक भर्ती में वसूली का आरोप लगाया है। तुमान के कांग्रेस नेता नसर खान ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री प्रेम साय टेकाम को लिखे चिट्ठी में कहा है कि राज्य सरकार पूरे प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती किया है। जिसमें कोरबा जिले के शिक्षा विभाग में हुए शिक्षक भर्ती में जमकर अनियमितता बरती गई है। उन्होंने कहा है कि जिला शिक्षा अधिकारी जीपी भारद्वाज के गुर्गे मनचाहे स्कूल में पोस्टिंग के लिए बाकायदा एक वसूली मास्टर रखकर वसूली कराया गया है। इस तरह कांग्रेस की सरकार को बदमान करने का काम किया जा रहा है।
KORBA: रॉड चोर को तो भेजा जेल… पर खरीददारों से हो गया बड़ा खेल…
कोरबा। जिले एक चौकी में पिछले दिनों एक रॉड यानी लोहा चोरी करने वाले आरोपी को पकड़कर जेल भेजा गया, पर खरीददारो से चौकी में बड़ा खेल हो गया ।
दरअसल जिले के एक चौकी में पिछले दिनों एक खेल हुआ । जिसकी चर्चा अब सरेआम हो रही हैं। हो भी क्यों न क्योंकि मामला लेन देन का हैं। खबरीलाल से मिली जानकारी की माने तो चौकी में एक रॉड चोरी करने वाले आरोपी को पकड़ा गया। आरोपी को पकड़ने के बाद चोरी के रॉड खरीदने वालो की खबर ली गई और पकड़े गए आरोपी के बयान पर खरीददारो को चौकी बुलाया गया। मतबल रॉड खरीदने वालों की चौकी में हाजिरी मतलब इंट्री शुल्क के साथ वापस छोड़ा गया । वैसे तो अमूमन हर केस में इस तरह की सौदेबाजी होती है और इसके लिए सभी थाना चौकियों में एक ट्रेंड सिपाही तैनात रहते है। यहां भी यही हुआ और एक को जेल भेज कर बाकी लोगो से खेल कर दिया गया।