सक्ति- जिले से बेहद झंकझोर कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मालखरौदा में गर्भवती महिला 2 घंटे तक तड़पती रही। वही प्रसव के बाद नवजात की मौत हो गई है। परिजनों ने डॉक्टर-नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है। साथ ही FIR दर्ज कर सस्पेंड करने की मांग की है।
मालखरौदा थाना प्रभारी को अजय कुमार जांगड़े ने बताया कि वो अपनी पत्नि सुनिता जांगड़े को डिलवरी कराने के लिए समय लगभग शाम 04:30 बजे को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मालखरौदा में लाया था यहां आने के बाद लगभग 2 घंटे तक मेरी पत्नि दर्द से तड़फ रही थी स्वास्थ्य केन्द्र में कोई भी डॉ. या नर्स नही थे लगभग 2 घंटे बाद एक सिस्टर ममता बड़ा आई और मेरी पत्नि की डिलवरी करवाई जिससे मेरी पत्नि की बच्ची जिन्दा पैदा हुई।
कुछ समय बाद देख रेख के अभाव में बच्ची की मृत्यु हो गई। उसके बाद नर्स ममता बड़ा ने बच्ची की नाल काटकर कैंची को बच्ची के नाल में ही छोड़ दी उसके बाद कहीं चली गई मैं लगभग आधे घंटा तक उस नर्स ममता बड़ा को ढुढ़ता रहा नर्स नही मिलने पर मैंने एक स्टाफ पुरुष कार्यकर्ता तरुण साहू को पुंछा कि नर्स दीदी कहां है तो तरुण साहू ने गाली-गलौज की और चाकू निकालकर जान से मारने की धमकी दिया मैं यहां से भाग कर अपने पत्नि सुनिता पास आया तो देखा कि मेरी पत्नि अचेत अवरुथा में पड़ी थी उसके शरीर पर कोई वस्त नही था मेरी पत्नि ओर मेरी बच्ची र्निवस्त्र थे ओर खुन से सने थे सफाई कर्मचारी व नर्स द्वारा दोनों को ना ही कपड़ा से ढंका ना ही साफ सफाई किया मैं अपने बचची कि निधन से बहुत दुखी था ऐसे में तरुण साहू द्वारा मुझे मां बहन की भद्दा भद्दा गाली दिया ओर चाकू दिखाकर मारने की धमकी दिया जिससे मैं बहुत आहत हूँ। अगर वहां से नर्स ममता बड़ा भागी नही होती और ड्यूटी पर डॉ. होते तो मेरी बच्ची की जान बच सकता था। नर्स ममता बड़ा, बी.एम.ओ. मृत्युन्जय राठौर, डॉ. अनुज साहू एवं पुरुष कार्यकर्ता तरुण साहू को तत्काल निलंबित करने की मांग की है।