बालासोर (ओडिशा)। भारत (India) ने रविवार को ओडिशा (Odisha) के बालासोर तट पर मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल वायु रक्षा प्रणाली (Missile Air Defence System) का सफल परीक्षण किया। इसकी जानकारी देते हुए DRDO के एक अधिकारी ने बताया कि यह एयर डिफेंस सिस्टम भारतीय सेना (Indian Army) का हिस्सा है। अधिकारी ने कहा कि इस परीक्षण में मिसाइल ने काफी दूर से ही अपने टारगेट पर सीधा हमला कर दिया।
आपको याद दिला दें कि इससे पहले, भारत ने अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में 23 मार्च को सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos Supersonic Cruise Missile) का सफल परीक्षण किया था। एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी (Air Chief Marshal VR Chaudha) ने इस सतह से सतह पर मार करने वाली सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के सफल परीक्षण पर बधाई भी दी थी।
डिफेंस सेक्टर पर लगातार जोर दे रहा भारत
बता दें कि भारत लगातार अपने डिफेंस बजट को बढ़ा रहा है. देश का फोकस डिफेंस सेक्टर (Defence Sector) में आत्मनिर्भर बनने का है, इसलिए केंद्र सरकार भारत के डिफेंस इंपोर्ट (आयात) को घटाने और एक्सपोर्ट (निर्यात) को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है।
पिछले आठ सालों में भारत के हथियार निर्यात में 6 गुना उछाल आया है। चालू वित्त वर्ष में भारत ने अब तक 11607 करोड़ रुपए के हथियार का निर्यात किया है। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने लोकसभा में इसकी जानकारी दी थी। वित्त वर्ष 2014-15 में भारत ने 1941 करोड़ के हथियार का निर्यात किया था जो वित्त वर्ष 2021-22 में अब 11,607 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है।
डिफेंस एक्सपोर्ट को बढ़ाने का टारगेट
बता दें कि पिछले सात सालों में मोदी सरकार ने डिफेंस क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कई जरूरी फैसले लिए हैं। सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 तक देश के डिफेंस एक्सपोर्ट को बढ़ाकर 36,500 करोड़ रुपए करने का टारगेट भी सेट किया है।
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट (SIPRI) के मुताबिक, रक्षा बजट में खर्च के आधार पर भारत दुनिया में अमेरिका और चीन के बाद तीसरे स्थान पर है। सिपरी के मुताबिक, भारत ने 2011 से 2020 के बीच रक्षा बजट पर खर्च को 76 फीसदी तक बढ़ाया है।