0 इतवारी बाजार में खुलेआम सड़कों पर सज रही मांस की दुकानें
कोरबा। प्रदेश में सत्ता बदलते ही रायपुर से लेकर प्रदेश के कोने कोने तक अवैध दुकानों पर बुलडोजर संस्कृति से विकृति दूर कर संस्कार जगाने का प्रयास चल रहा है। राजधानी में बुलडोजर संस्कृति शुरू होने के बाद शहरवासियों को भी अवैध निर्माण और सड़क पर सज रहे मांस दुकानों पर कार्रवाई का इंतजार है।
बता दें कि शहर के बुधवारी बाजार में सड़क किनारे फल दुकान के नाम पर सड़क तक को कब्जा कर व्यापार किया जा रहा है। सड़क में दुकान सजने से जाम की स्थिति निर्मित होती है। लगातार लगने वाली जाम से बुधवारी बाजार एक्सीडेंटल ज़ोन के रूप में जाना जाने लगा है।सूत्र बताते है कि निगम के अतिक्रमण दस्ते की सांठगांठ और कांग्रेस पार्षदों के संरक्षण से अवैध कब्जे का धंधा फल फूल रहा है ।
सड़क किनारे मुख्य मार्ग बुधवारी बाजार में सज रहे फल बाजार पूरी तरह अवैध कब्जे है जहां निगम के अधिकारी फल और सब्जी खरीदने जाते है लेकिन दम है कि किसी फल दुकान को हटा सके और तो और जिस ठसके से लोग वहां दुकान लगाते है उससे लगता है कि निगम के अधिकारियों को हर महीने नजराना मिलता है।
सरकारी जमीन पर व्यापार,क्या कर रही निगम सरकार
अब बात नगर यानी दुबई रोड की जाए तो यहां भी सरकारी जमीन पर ग्रेनाईट का धंधा कर व्यापारी कारोबार कर रहे हैं। ये सरकारी जमीन धीरे धीरे निजी जमीन में परिवर्तित भी हो रही है। जिसमें निगम के अधिकारियों की बराबर सांठगांठ होने की बात कही जा रही है।
इतवारी बाजार में सड़कों पर सड़ान्ध मारते सज रही मांस की दुकानें
वैसे तो निगम सफाई और सड़क पर कचरा फैलाने वालों को पेनाल्टी लगाती है लेकिन यह सब माथा देख कर चंदन लगाने की नीति के तहत..! क्योंकि इतवारी बाजार के दोनों छोर पर मांस की दुकान सजाकर व्यापार कर रहे है। इन दुकानदारों पर तो निगम का कोई डंडा चलता नहीं है लेकिन सरकार की बुलडोजर संस्कृति से ही अब ये विकृति दूर होगी, ऐसा जनमानस का मानना है।