KORBA ब्रेकिंग : सीएसआर के हिसाब किताब में अटकी कुसमुण्डा .तरदा सड़क, इधर EE ने राशि न मिलने से काम बंद होने की कही बात…उधर कलेक्टर ने पहले जारी रकम का मांगा बहीखाता…

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कोरबा। जिला प्रशासन के दो अधिकारियों के बीच एक बार फिर आपसी सामंजस्य की कमी से निर्माणाधीन सड़क अधर में है। दरअसल सीएसआर से बन रहे इमली छापर कुसमुण्डा से तरदा सड़क का मामला ​चर्चा में है। सड़क के लिए एसईसीएल ने सीएसआर मद से 179 करोड़ रुपए की मंजूरी का प्रस्ताव दिया है। पहली किस्त की राशि जारी की जा चुकी है।बताया जा रहा है कि सड़क निर्माण के लिए जारी रकम खर्च होने के बाद लोक निर्माण के कार्यपालन अभियंता ने जब कलेक्टर को मांग पत्र भेजकर राशि की मांग की तो जवाब में कलेक्टर ने ईई को पत्र जारी कर जारी रकम का हिसाब मांग लिया।

दरअसल हरदीबाजार-तरदा-सर्वमंगला-इमलीछापर सड़क निर्माण में धीमी गति और अपेक्षित प्रगति नहीं होने पर कलेक्टर रानू साहू ने सड़क निर्माण में व्यय की गई राशि की विस्तृत जानकारी मांगी है।

कलेक्टर ने सड़क निर्माण पर लगभग 50 करोड़ रूपए व्यय होने के बावजूद एक किलोमीटर भी पेंच निर्माण नहीं होने पर गहरी नाराजगी जताई है। कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता को पत्र भेजकर अब तक इस सड़क के लिए स्वीकृत राशि से किए गए काम का ब्यौरा मांगा है। कलेक्टर ने सड़क निर्माण के काम को पूरा करने के लिए समयावधि और विस्तृत कार्य योजना भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों से तलब की है।

जुलाई 2020 में सीएसआर मद से दिए गए थे 39 करोड़ 84 लाख

हरदीबाजार-तरदा-सर्वमंगला-इमलीछापर तक 27.19 किलोमीटर सीमेंट कांक्रीट सड़क बनाने के लिए लोक निर्माण विभाग को जुलाई 2020 में 39 करोड़ 84 लाख रूपए दिए गए थे। इस सड़क में 13 किलोमीटर का भाग पहले से ही विस्थापित सड़क है और शेष नई सड़क कुल 27.19 किलोमीटर सीमेंट कांक्रीट से तैयार की जानी है। लोक निर्माण विभाग ने सड़क निर्माण में स्वीकृत राशि के अलावा भी लगभग 11 करोड़ रूपए के काम पूरे हो जाने का हवाला देते हुए दूसरी किस्त जारी करने की मांग कलेक्टर से की है।

दूसरी किस्त जारी करने की मांग के बाद जिला प्रशासन ने मांगा काम का ब्यौरा

कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों की इस मांग पर दूसरी किस्त जारी करने के पहले अब तक हुए कामों का पूरा ब्यौरा मांगा है। बता दें कि समय-समय पर कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान पूरे मार्ग पर निर्माण कार्यों की प्रगति संतोषजनक नहीं पाई गई है। इसके साथ ही पहले से मौजूद सड़क पर भी मरम्मत-पेचवर्क भी पूरा नहीं है।

ऐसे में कलेक्टर ने अधिकारियों से पहले जारी 39 करोड़ 84 लाख रूपए और अतिरिक्त 10 करोड़ 83 लाख रूपये कुल लगभग 50 करोड़ रूपए के सड़क के कामों के बारे में जानकारी मांगी है।

कार्यपालन अभियंता का ये है कहना

लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता एके वर्मा  का कहना है कि इमली छापर से कुसमुंडा तरदा तक निर्माणाधीन सड़क के लिए 179 करोड़ स्वीकृति की गई है। एसईसीएल द्वारा किस्तों में भुगतान किया जा रहा है।पहली किस्त में 39 करोड़ 84 लाख दिया गया था। दूसरी किस्त की राशि 42 करोड़ 2 लाख रुपए जिला प्रशासन के पास जमा कराया गया है, लेकिन अभी राशि का हस्तांतरण विभाग को नहीं हुआ है। राशि जारी करने कलेक्टर को मांग पत्र भेजा जा चुका है।