कोरबा। शुक्रवार की सुबक चारा ढंूढ रहा एक बैल 11 हजार वोल्ट करंट की चपेट में आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। एक टूटा तार उसके गले को छू गया, जिससे वह बुरी तरह से झुलस गया। ग्रामीणों का कहना है कि यह घटना किसी राहगीर के साथ भी घट सकती थी। ऐेसे में विद्युत विभग की लापरवाही को नजरंदाज नहीं किया जा सकता। इसके पहले भी पशुओं के करंट की चपेट में आकर मौत होने की घटनाएं हो चुकी हैं। विभाग सबक लेने की बजाय लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहा।
जिले के सुदूर वनांचल ग्राम पंचायत देवपहरी के आश्रित ग्राम कनसरा में शुक्रवार की सुबह करीब 8 बजे एक बैल करंट की चपेट में आकर दर्दनाक मौत हो गई। चारा की तलाश में भटकते हुए बैल टूटे हुए 11000 वोल्ट तार की चपेट में आ गया। तार उसके गर्दन को छू गई, जिससे वह बुरी तरह झुलस गया और मौके पर ही उसकी जान चली गई। घटना ऐसी है कि उसका मालिक भी पहचान नहीं पा रहा है। बीते दिनों गढ़-उपरोड़ा में भी एक कुत्ता टूटे तार के संपर्क आ गया था, जिससे सकी मौके पर ही मौत गई थी। अब ग्रामीण यह सवाल उठा रहे हैं कि आए दिन हो रही इस तरह घटनाओं के चलते हो रही इन बेजुबान पशुओं की मौत का जिम्मेदार कौन हैं। इस तरह ही लापरवाही जारी रही तो कल कोई राहगीर या ग्रामीण भी चपेट में आ सकते हैं। बिजली विभाग की निरंतर पेट्रोलिंग व निगरानी रखने कर्मी की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह के घटना दोबारा न हो।