Ministry of Mines Critical Minerals : लीथियम, रेनियम, टाइटेनियम… देश के पास होगा खजाने का भंडार…30 बेशकीमती खनिजों की हुई पहचान

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Ministry of Mines Critical Minerals : देश के हाथ अहम खजाना लगा है। खनन मंत्रालय की ओर से 30 ऐसे खनिजों की पहचान की गई है जो भारत के प्रमुख क्षेत्रों के लिए काफी अहम हैं। इन खनिजों से ना सिर्फ आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार करने में मदद मिलेगी बल्कि यह खनिज राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से भी बेहद अहम है। इन खनिजों के लिए एक विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया गया था। मंत्रालय की ओर से जिन खनिजों की लिस्ट जारी की गई है उनमें कई खनिज बेशकीमती हैं।

कमेटी की रिपोर्ट को जारी करते हुए केंद्रीय कोयला एवं खनन मंत्री प्रल्हाद जोशी की ओर से कहा गया कि समय-समय यह लिस्ट अपडेट होगी। इसी के आधार पर खनिजों की पहचान और उनके खनन की दिशा में काम आगे बढ़ाया जाएगा। इस कमेटी की गठन नवंबर 2022 में किया गया था। संयुक्त सचिव की अध्यक्षता में बनी 7 सदस्यीय कमेटी ने इस रिपोर्ट को तैयार किया है। केंद्रीय मंत्री जोशी ने बताया कि यह पहली बार है कि भारत ने प्रमुख क्षेत्रों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए महत्वपूर्ण खनिजों की व्यापक सूची की पहचान की है।

किन खनिजों का हुई पहचान

मंत्रालय की ओर से जिन खनिजों की लिस्ट जारी की गई है उनमें लीथियम, मोलिब्डेनम, नाइओबियम, निकेल, पीजीई, टैंटलम, टेल्यूरियम, टिन, टाइटेनियम, टंगस्टन, वैनेडियम, एंटीमनी, बेरिलियम, बिस्मथ, कोबाल्ट, कॉपर, गैलियम, जर्मेनियम, ग्रेफाइट, हेफनियम, इंडियम, फॉस्फोरस, पोटाश, आरईई, रेनियम, सिलिकॉन, स्ट्रोंटियम, ज़िरकोनियम, सेलेनियम और कैडमियम शामिल है।

कितने महत्वपूर्ण हैं ये खनिज

जिन खनिजों की लिस्ट जारी की गई है वह आर्थिक विकास और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बेहद जरूरी हैं। इसमें ग्रेफाइट, टाइटेनियम और कोबाल्ट जैसे खनिजों का उपयोग दूरसंचार के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स, परिवहन और रक्षा क्षेत्र में किया जाता है। इसके अलावा टाइटेनियम का इस्तेमाल सैटेलाइट के निर्माण में भी किया जाता है। रक्षा उपकरणों के लिए भी यह खनिज काफी महत्वपूर्ण हैं।