खंडवा- कोर्ट से बाथरुम का बहाना कर फरार हुआ दुष्कर्म का आरोपित 48 घंटे घंटे बाद खुद ही वापस लौट आया। कोतवाली पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। दो दिन पूर्व खंडवा न्यायालय परिसर से दुष्कर्म का आरोपित फरार हो गया था। पुलिस उसे ढूंढने के लिए महाराष्ट्र पहुंची थी, लेकिन वहां नहीं मिला था।
जेल जाते समय मीडिया के सामने दुष्कर्मी ने कहा कि “मैं यहां तारीख पर आया था, वकील को एक लाख रुपये भी दिए थे, फिर भी जेल हो गई। मुझे इस बात का अंदाजा नहीं था कि 20 साल की सजा होगी। मेरी पत्नी और बच्चे महाराष्ट्र में अकेले थे। मैं उन्हें लेने गया था, लेकर वापस लौट आया।”
युवक के फरार होने पर पुलिस को जानकारी मिली थी कि उसका परिवार महाराष्ट्र में हैं। पुलिस उसे ढूंढने के लिए महाराष्ट्र पहुंची थी, लेकिन तब तक आरोपित वहां नहीं पहुंचा था, पुलिस के हाथ खाली थे, लेकिन सोमवार को वह खुद ही वापस आ गया।
इधर, आरोपित को कोर्ट लाने ले जाने में लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों पर अब तक किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अधिकारियों का कहना है कि मामले में जांच जारी है।
ये था पूरा मामला
मामला बीते शुक्रवार दोपहर को जिला न्यायालय परिसर का है। आरोपित हरिराम निवासी पिपलौद जमानत पर था। शुक्रवार को मामले में अंतिम सुनवाई थी। नाबालिग से दुष्कर्म आरोपित हरिराम निवासी पिपलौद को न्यायालय ने 20 साल की सजा सुनाई तो वह बाथरुम जाने का बहाना कर पुलिसकर्मियों को चख्मा देकर फरार हो गया।
सजा सुनते ही उड़े होश
दोषी हरिराम को कोर्ट ने 20 साल की सजा सुनाई। सजा सुनने बी के बाद उसके होश उड़ गए। उसने बाथरूम जाने का बहाना बनाया। एक पुलिसकर्मी उसे लेकर गया और वापस लाया। इस बीच उसे भागने का मौका नहीं मिला। एक अन्य मामले में आरोपित ने भी कहा कि उसे भी बाथरूम जाना है। पुलिसकर्मी हरिराम को वहीं छोड़ दूसरे दोषी को बाथरूम ले गया। इस दौरान हरिराम कोर्ट रूम के पास से भाग गया।
मौका मिलते ही कोर्ट से भागा
हरिराम के भागने की जानकारी लगते ही हड़कंप मच गया। पुलिस के वायरलेस सेट और पुलिस अधिकारियों के मोबाइल बज उठे। पिपलौद, कोतवाली, खालवा, पंधाना की पुलिस टीम उसे तलाशने लगी, व मिला नहीं। 48 घंटे बाद अब वह खुद ही वापस लौट आया।