नई दिल्ली। पड़ोसी देश चीन में कोरोना वायरस एक बार फिर लोगों को डरा रहा है। इस बीच अमेरिका में एक नए वायरस का पता चला है जो किलनी से फैल रहा है। हार्टलैंड वायरस के अमेरिका में कई मरीज सामने आ चुके हैं।
एमोरी यूनिवर्सिटी, जॉर्जिया के शोधकर्ताओं ने पाया है कि दुर्लभ और घातक हार्टलैंड वायरस (Heartland Virus) जॉर्जिया में किलनी में मिला है। अमेरिका के कम से कम छह राज्यों में इस वायरस की सूचना मिली है। फिलहाल इस वायरस का कोई इलाज नहीं है और इससे खतरा अधिक उम्र वालों को ज्यादा है। क्या है हार्टलैंड वायरस और कैसे इससे बचा जा सकता है।
0.नए वायरस का क्या है सच
एमोरी यूनिवर्सिटी के पर्यावरण विज्ञान के प्रोफेसर की मानें तो यह संक्रामक बीमारी है जिसे अच्छी तरह से अब तक समझा नहीं गया है। इसके बारे में जल्द से जल्द जानने की कोशिश की जा रही है और डर है कि कहीं यह एक बड़ी समस्या न बन जाए।
हार्टलैंड वायरस को पहली बार 2009 चिन्हित किया गया था। 2009 और जनवरी 2021 के बीच 11 मध्य पश्चिम और दक्षिणी अमेरिकी राज्यों में 50 से अधिक इसके मामले दर्ज किए गए। जिनमें अर्कांसस, जॉर्जिया, इलिनोइस, इंडियाना, आयोवा, कंसास, केंटकी और मिसौरी शामिल हैं।
0.वायरस के लक्षण और उपचार
हार्टलैंड वायरस के लक्षणों में बुखार, थकान, भूख में कमी, सिरदर्द, दस्त, और मांसपेशियों या जोड़ों में दर्द शामिल है। इसकी शिकायत करने वाले कई लोग अस्पताल में भर्ती भी हुए।
इसके अलावा इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति के प्लेटलेट काउंट,लीवर पर भी इसका असर पड़ता है। हार्टलैंड वायरस के लक्षण किसी व्यक्ति को दो सप्ताह बाद तक शुरू हो सकते हैं और अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आ जाती है।