The Duniyadari: रायपुर- पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर रायपुर पुलिस द्वारा नशे के विरुद्ध विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में थाना सिविल लाइन क्षेत्र में नशीली टेबलेट के अवैध कारोबार का खुलासा हुआ।
पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 200 नग प्रतिबंधित स्पास्मो प्रॉक्सिवॉन प्लस टेबलेट, ₹8,500 नगद, दो मोबाइल फोन और एक स्कूटी (CG/04/ML/3973) जब्त की है।
गुप्त सूचना पर पुलिस की त्वरित कार्रवाई
25 मार्च 2025 को एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट को सूचना मिली कि दो युवक ग्राम खादी उद्योग भंडार अशोक विहार मैदान में दोपहिया वाहन पर संदिग्ध रूप से प्रतिबंधित नशीली टेबलेट के साथ मौजूद हैं। इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) लखन पटले, एएसपी (क्राइम) संदीप मित्तल, नगर पुलिस अधीक्षक अजय कुमार और डीएसपी क्राइम संजय सिंह के निर्देशानुसार पुलिस टीम ने छापा मारा और दोनों आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
गिरफ्तार आरोपी और नशे का नेटवर्क गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सैबी ए बेंजामिन और अश्वनी पाल के रूप में हुई। पूछताछ में पता चला कि सैबी पहले मेडिकल स्टोर में काम कर चुका है और उसे दवा कंपनियों से प्रतिबंधित दवाएं मंगाने का पूरा तरीका मालूम था। वह पिछले आठ महीनों से गुजरात के अहमदाबाद से स्पीड पोस्ट के माध्यम से प्रतिबंधित नशीली टेबलेट मंगा रहा था और साथी अश्वनी पाल के साथ मिलकर इसे रायपुर में बेच रहा था। अश्वनी पाल पूर्व में उड़ीसा में धोखाधड़ी के एक मामले में जेल भी जा चुका है। पुलिस इस मामले में अन्य संदिग्धों की भी तलाश कर रही है।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका इस कार्रवाई में थाना प्रभारी सिविल लाइन निरीक्षक रोहित मालेकर, एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट प्रभारी निरीक्षक परेश कुमार पांडे, उपनिरीक्षक अतुलेश राय, प्रधान आरक्षक प्रमोद वर्थी, पुष्पराज परिहार, आरक्षक विक्रम वर्मा, राजेंद्र तिवारी सहित अन्य पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ थाना सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 133/25 के तहत धारा 22(बी) नारकोटिक एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। मामले की विस्तृत जांच जारी है।