न्यूज डेस्क। हमेशा सुर्खियों में रहने वाले देवास के महात्मा गांधी जिला अस्पताल में दो महिला डॉक्टर आपस में भिड़ गईं. मारपीट के चलते एक महिला डॉक्टर को नाक में हल्की चोट लगी है. दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए हैं. वहीं, मामले के बाद कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने दोनों महिला डॉक्टर को तलब कर लिया है. दोनों को समझाइश देकर मामले में जिला पंचायत सीईओ हिमांशु प्रजापति की अध्यक्षता में जांच दल गठित किया गया है.
जानकारी के अनुसार, गायनेकोलॉजिस्ट यानी स्त्री-रोग विशेषज्ञ डॉ. पुष्पा पवैया और साधना वर्मा के बीच पिछले कुछ दिनों से किसी बात को लेकर कहासुनी चल रही थी. विवाद बढ़ने पर शुक्रवार की दोपहर दोनों के बीच जमकर मारपीट हो गई.
एचओडी बनने के बाद से क रही थी परेशान: डॉ. पुष्पा पवैया
डॉक्टर पुष्पा पवैया का आरोप है कि डॉ. साधना वर्मा को सिविल सर्जन डॉ. एमपी शर्मा ने एचओडी बना दिया है. तभी से वह मुझे परेशान कर रही थी. मेरी अल्टरनेट ड्यूटी लगाई थी. जबकि नियम के अनुसार खुद डॉ. साधना वर्मा को ड्यूटी करनी थी. एक मरीज को देखने के लिए एसओडी ने कॉल पहुंचा दी. मैंने इसी संबंध में शांति से बात करने के लिए साधना की केबिन में गई थी, लेकिन उसने मुझे मारना पीटना शुरू कर दिया.
बकौल डॉक्टर पुष्पा पवैया, ”मैंने कहा कि साधना तू मुझे क्यों परेशान कर रही है. लेकिन उसने पहले मरीज को केबिन से बाहर किया और मुझे सीधे बिस्तर पर पटक दिया और फिर चप्पल से मारना चालू कर दिया. मुझे बहुत मारा. मेरा चश्मा टूट गया. नाक में चोट आने से खून निकल रहा है. जब से साधना वर्मा HOD बनी है, तभी से यह मुझे परेशान कर रही है. डॉक्टर पवैया ने डॉ. साधना पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह भ्रष्ट है. रात को ऑपरेशन करती है और खुलेआम मरीजों से पैसे लेती है. सभी को इसकी जानकारी है फिर भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.
मेरा प्रमोशन ही विवाद का कारण: डॉ. साधना वर्मा
इधर, डॉ. साधना वर्मा ने कहा, मैं यहां बैठकर मरीज देख रही थी. ओटी में मेरी महिला मरीज लेटी हुई थी, जिसको तीन बच्चे है. उसका ऑपरेशन मुझे करना था. डॉ. पुष्पा पवैया बाहर से आई और मेरे साथ गाली गलौज करने लग गई और मारपीट शुरू कर दी. मेरा प्रमोशन ही विवाद का कारण है. मेरा प्रमोशन पहले का है. ये उनको पचता नहीं हैं. डॉ. राणा मैडम रिटायर्ड होने वाली हैं. उनके बाद मुझे मेटरनिटी का चार्ज दे दिया गया है. ये नहीं चाहती है कि मैं यहां काम करूं.