बेसहारा शिशु को मिला अपनों से भरा प्यारा परिवार तो मां की सूनी गोद को वात्सल्य का असीम उपहार

0
222

0 मातृछाया के शिशु को पश्चिम बंगाल के दंपत्ति ने लिया गोद

कोरबा। अपनों के प्यार और अपने परिवार का इंतजार कर रहे एक बेसहारा शिशु का जीवन खुशियों से भर गया। एक नि:संतान दंपति ने कानूनी प्रक्रिया पूरी कर उसे अपना बनाया है। एक ओर उसे अपना घर-परिवार और बेपनाह प्यार करने वाले माता-पिता मिले, तो दूसरी ओर मां की सूनी गोद को वात्सल्य का असीम उपहार प्राप्त हुआ। इस पुनीत पहल के साक्षी बने समाजसेवियों ने भी खुशी-खुशी आशीष प्रदान कर शिशु के सुखी जीवन की कामना की।

मंगलवार को कुआं भट्टा स्थित विवेकानंद सेवा सदन में मातृछाया के एक शिशु को अपना घर मिला। नि:संतान दंपति ने नियमों के अनुरूप उसे गोद लिया। खुशी के इस क्षण में वहां मौजूद हर किसी ने अब तक बेसहारा रहे शिशु को माता-पिता व परिवार का आश्रय मिलने पर संतोष जाहिर किया और शिशु के उज्ज्वल भविष्य व सुखी जीवन की कामना की गई।
सेवा भारती, कोरबा द्वारा संचालित मातृछाया (विशेषीकृत दत्तक ग्रहण) में मंगलवार को कुआं भट्टा स्थित विवेकानंद सेवासदन परिसर में एक शिशु दत्तक ग्रहण अधिनियम के तहत पश्चिम बंगाल राज्य के दंपति को गोद दिया गया। कार्यक्रम में दंपति की विधिवत गोदभराई की रस्म भी अदा कर शिशु प्रदान किया गया। मातृछाया में सामाजिक व अन्य कारणों से त्यागे गए नवजात शिशुओं का पालन-पोषण किया जाता है। इस दत्तक ग्रहण कार्यक्रम में डॉ आभा थवाईत, डॉ रमेश थवाईत, बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) कोरबा के अध्यक्ष मनीष शर्मा, विद्याभारती के प्रांतीय अध्यक्ष जुड़ावान सिंह ठाकुर बतौर अतिथि उपस्थित रहे। जिन्होंने इस पल को साक्षी बनाते हुए शिशु के लिए एक नए घर-परिवार में स्वागत के साथ उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए आशीर्वाद प्रदान किया। विधिवत गोदभराई की रस्म निभाते हुए दंपति को शिशु सौंप दिया गया।

नि:संतान दंपतियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं सेवा भारती मातृछाया

ऐसे शिशु, जिनकी आयु शून्य से पांच वर्ष तक की हो, उन्हें उनकी देखरेख और विकास के लिए समर्पित कार्यकर्ता पारिवारिक वातावरण प्रदान कर पोषित होने योगदान देते हैं। जहां एक ओर इन शिशुओं को एक स्नेह भरे परिवार की जरूरत होती है, दूसरी ओर कई नि:संतान दंपती को भी, जिनकी कोई संतान नहीं, उन्हें वात्सल्य प्रेम प्रदान करने नन्हा शिशु चाहिए होता है। ऐसे दंपतियों को एक प्रक्रिया के माध्यम से सेवा भारती मातृछाया से नन्हे शिशु गोद दिए जाते हैं। कार्यक्रम का संचालन अभिषेक शर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर सेवा भारती के सचिव सुनील जैन, कैलाश नाहक, योगेश जैन, विनोद अग्रवाल, रेखा सिंह ज्योति बुटोलिया, रश्मि गुप्ता, शोभा अवस्थी व कोरबा शहर के गणमान्य नागरिक व सेवा भारती समिति के सदस्य उपस्थित रहे।