रायपुर राजीव भवन में आज मैराथन बैठक, सचिन पायलट का छत्तीसगढ़ दौरा काफी महत्वपूर्ण, पार्टी में घमासान पदाधिकारी निकलेंगे भड़ास

8
Oplus_16908288

The Duniyadari: रायपुर. छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन के कमजोर परफार्मेस और पदाधिकारियों की निष्क्रियता का मुद्दा फिर गरमाने की आशंका है. प्रभारी महासचिव सचिन पायलट की मौजूदगी में होने वाली मैराथन बैठक में कई नेताओं और पदाधिकारियों की भड़ास निकलेगी. इधर कार्यकर्ता मांग उठा रहे हैं कि प्रभारी महासचिव बड़े नेताओं और पदाधिकारियों के अलावा निचले स्तर के कार्यकर्ताओं की भी बात सुनें.

पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी के अलावा प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में कुछ अहम निर्णय लिए जा सकते हैं. इधर जिला अध्यक्षों की बैठक में कई पदाधिकारी संगठन की खामियों को उछालकर प्रभारी के संज्ञान में लाने के मूड में हैं. छत्तीसगढ़ कांग्रेस के प्रभारी महासचिव सचिन पायलट की मौजूदगी में होने वाली बैठक पिछली बैठकों की तरह औपचारिक न रह जाए, इसे लेकर संगठन में चर्चा होने लगी है.

राजीव भवन में आज सुबह से लेकर देर शाम तक मैराथन बैठकों का दौर चलेगा. सूत्रों के मुताबिक इस दौरान निष्क्रियता, कमजोर परफार्मेस और निर्णय लेने की लचर क्षमता का मामला भी उठ सकता है. कुछ पदाधिकारी और जिला अध्यक्ष इस पर चर्चा करने के पक्ष में हैं. दूसरी तरफ निष्ठावान और सक्रिय कार्यकर्ता मांग कर रहे हैं कि प्रभारी को जिलों में जाकर कार्यकर्ताओं से भी चर्चा करनी चाहिए. ताकि वास्तविक खामियों की सीधे उन्हें जानकारी दी जा सके. बीते डेढ़ साल में संगठन की कार्यप्रणाली में कोई उल्लेखनीय सुधार नहीं हुआ है.

बल्कि संगठन और कमजोर होता चला गया है. औपचारिक राजनीतिक कार्यक्रमों के अलावा राज्य सरकार के खिलाफ कोई प्रभावी भूमिका अब तक नजर नहीं आई है. प्रभारी ने पूर्व की बैठकों में भी निष्क्रीय पदाधिकारियों को बाहर करने की बातें कही थी. इधर संगठन अपने पदाधिकारियों के कामकाज की भी समीक्षा नहीं कर पाया है.

प्रदेश कांग्रेस संगठन में अलग-अलग क्षेत्रों के लिए तीन प्रभारी सचिव भी नियुक्त हैं, वे लगातार अपने प्रभार वाले जिलों के दौरे भी कर रहे हैं. इसके बावजूद प्रभारी सचिवों को कोई उपलब्धि अब तक नजर नहीं आई है. धरातल पर संगठन नजर नहीं आ रहा है. सभी गतिविधियां सिर्फ बैठकों की औपचारिकताओं तक ही सिमटी हुई है.

राजीव भवन में आज सुबह साढ़े 11 बजे पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी बैठेगी. इसके बाद प्रदेश कार्यकारिणी में मंथन होगा. इधर जिला अध्यक्षों, मोर्चा संगठनों विभागों और प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्षों समेत कांग्रेस विधायक दल की अलग-अलग बैठके होंगी. इस बीच कार्यकर्ताओं ने भी प्रभारी से मिलकर अपनी बात रखने की तैयारी की है.