The Duniyadari: शहरी स्वच्छता पर राष्ट्रीय मंथन: देशभर के सांसदों ने साझा किए नवाचार।
रायपुर/दिल्ली, 8 सितंबर 2025। भारत के शहरों को स्वच्छ, स्वस्थ और टिकाऊ बनाने के उद्देश्य से रविवार को नई दिल्ली में एक महत्वपूर्ण कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह सत्र रायपुर के सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ, जिसमें असम, बिहार, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, तेलंगाना और दिल्ली सहित कुल 14 राज्यों के 41 सांसदों ने भाग लिया। कार्यशाला का मुख्य फोकस “स्वच्छता” पर रहा, जिसमें देशभर के सांसदों ने अपने-अपने क्षेत्रों में अपनाए गए नवाचार साझा किए और शहरी विकास योजनाओं पर गहराई से चर्चा की।
स्वच्छता केंद्रित नवाचारों पर जोर
सांसदों ने प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना, टीवी मुक्त भारत अभियान, सांसद खेल महोत्सव, तंदुरुस्त बालक स्पर्धा, बालक संस्कृति सफर जैसे अभियानों के प्रभाव और इनके विस्तार पर विचार साझा किए। साथ ही सांसदों ने अपने क्षेत्रों में चल रहे अनुकरणीय कार्यों की जानकारी दी। कार्यशाला में यह भी बताया गया कि पिछले दशक में स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) ने कचरा प्रबंधन में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। 2014 में कचरा प्रसंस्करण दर 18% थी जो अब 75% से अधिक हो गई है। खुले में शौच से मुक्ति, कचरा पृथक्करण, स्रोत पर उपचार और डिजिटल नवाचारों ने शहरों की तस्वीर बदल दी है।
प्रमुख सरकारी योजनाओं की समीक्षा
कार्यशाला में निम्न योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई:
स्वच्छ भारत मिशन (शहरी): 100% कचरा संग्रहण और संसाधन में रूपांतरण।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP): 131 शहरों में वायु प्रदूषण को 40% तक कम करने का लक्ष्य।
पीएम सूर्य घर योजना: 1 करोड़ घरों को 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली प्रदान करने की योजना।
टीबी मुक्त भारत अभियान: 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य।
इन योजनाओं के प्रभाव से शहरों में जीवन स्तर में सुधार, स्वास्थ्य में सकारात्मक बदलाव और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिला है।
सांसदों की सक्रिय भागीदारी और विचार साझा
सत्र में सांसदों ने खेल, स्वास्थ्य और संस्कृति को बढ़ावा देने वाले कार्यक्रमों पर भी प्रकाश डाला। सांसद खेल स्पर्धा, तंदुरुस्त बालक स्पर्धा और सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के जरिए जमीनी स्तर पर सकारात्मक परिवर्तन को बढ़ावा मिला है। सूरत के सांसद मुकेश कुमार चंद्रकांत दलाल, बेंगलुरु सेंट्रल के सांसद पीसी मोहन, भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता सारंगी सहित कई नेताओं ने अपने अनुभव साझा किए।
प्रधानमंत्री और वरिष्ठ नेताओं का मार्गदर्शन
कार्यशाला को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव, पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने सांसदों को विकसित भारत की दिशा में नए नवाचार अपनाकर जनता की सेवा करने के लिए प्रेरित किया।
समापन: साझा सीख और भविष्य की दिशा
कार्यशाला के समापन पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, “एक-दूसरे से सीखना हमारी सबसे बड़ी ताकत है। जब हम मिलकर काम करते हैं तो सर्वोत्तम समाधान सामने आते हैं। यह प्रक्रिया हमें स्वच्छ, स्वस्थ और विकसित भारत की दिशा में आगे बढ़ाएगी।” उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व का भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस तरह के ज्ञान-विनिमय सत्रों को संभव बनाया।
यह कार्यशाला शहरी विकास और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। सांसदों के साझा विचारों और योजनाओं से शहरों को और अधिक स्वच्छ, सुंदर और समृद्ध बनाने की राह खुलती दिख रही है।