बैकुंठपुर। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले के गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व में दो दिन पहले हुई बाघ की मौत मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन चार लोगों ने ही मिलाकर एक प्लानिंग के तहत भैंस के मांस में जहर मिलाया था, जिसे खाने से बाघ की मौत हुई थी।
रामगढ़ रेंज के सलगवा खुर्द में मिला
था बाघ का शव
बता दें कि दो दिन पहले सोमवार को टाइगर रिजर्व के रामगढ़ रेंज के सलगवा खुर्द में बाघ का शव मिला था। सूचना मिलने पहुंची वन विभाग की टीम को बताया गया था कि कुछ दिन पहले ही बाघ ने एक भैंस का शिकार किया था। अगले दिन वह बाघ का मांस खाने फिर गया था। मगर मांस खाने के बाद ही उसकी मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि भैंस को शिकार बनाने के चलते ग्रामीण नाराज थे। इसी वजह से उन्होंने मरे हुए भैंस के मांस में जहर मिला दिया। जिसके कारण बाघ की मौत हो गई थी।
वन विभाग ने इस मामले में प्रेमसाय, बुद्धेश्वर, रामबदन और सुमेर साय को गिरफ्तार किया है। इनके खिलाफ अब वन्यप्राणी अधिनियम 1972 के तहत कार्रवाई की जा रही है।
फिलहाल अब तक इस बात का पता नहीं चल सका है कि ये बाघ किस क्षेत्र से यहां आया था और कितने दिनों से यहां घूम रहा था।













