Gujarat Assembly Elections: Before the elections, the Tribal Party of India left with AAP, announced to leave the alliance
अहमदाबाद। गुजरात में विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी आम आदमी पार्टी (आप) के साथ करीब 4 महीने गठबंधन का ऐलान करने वाली भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) ने अब गठबंधन तोड़ने की घोषणा कर दी है।
बीटीपी नेता छोटूभाई वसावा ने खुद ‘आप’ से गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया तो यह भी साफ किया कि वह बीजेपी के साथ नहीं जा रहे हैं। विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने की घोषणा करते हुए छोटूभाई वसावा ने कहा, ”देश में स्थिति बहुत खराब है और हम किसी टोपीवाले से नहीं जुड़ना चाहते हैं, चाहे वह केसरिया हो या झाड़ू निशान के साथ सफेद टोपी।
इसलिए तोड़ा गठबंधन
वसावा ने यह भी आरोप लगाया है कि ‘आप’ की ओर से उसके नेताओं को तोड़ने का प्रयास किया गया। वसावा ने दावा किया कि ‘आप’ ने उनके काडर और नेताओं को तोड़ने का प्रयास किया। उन्होंने यह भी कहा कि हार हो या जीत उनकी पार्टी अकेले ही विधानसभा चुनाव लड़ेगी।
बता दें कि गुजरात की कुल आबादी में आदिवासियों की करीब 14.8 फीसदी हिस्सेदारी है और 27 सीटें अनूसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बीटीपी भले ही 2 विधायकों वाली ही पार्टी हो, लेकिन ‘आप’ को इसके साथ रहने से काफी फायदा हो सकता था।
गरीबों और मध्यम वर्ग के लिए कई घोषणाएं कर चुकी ‘आप’ आदिवासी इलाकों में प्रचार-प्रसार पर काफी ध्यान दे रही है। खुद अरविंद केजरीवाल ने पिछले दिनों आदिवासियों को केंद्र में रखकर कई वादे किए थे, जिनमें हर आदिवासी गांव में स्कूल और अस्पताल खोलना शामिल है।