अलीगढ़। This System : उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से एक चौंकाने देने वाला मामला सामने आया है। जिसमे 7 साल पहले मृत घोषित हो चुकी किशोरी युवती को हाथरस से पुलिस ने बरामद किया है। जबकि विष्णु नाम का एक युवक पिछले 7 साल से इस युवती के किशोरावस्था में रहते हुए अपहरण कर हत्या के मामले में जेल काट रहा है।
7 साल पहले आगरा में मिले एक अज्ञात शव को अपनी बेटी (This System) के शव के रूप में शिनाख्त करने वाले पिता ने भी बरामद युवती को अपनी वही बेटी बताया है। पुलिस ने बरामद युवती को कोर्ट में 164 के बयान व डीएनए कराने की अपील के साथ पेश किया है। जेल में बंद युवक विष्णु की मां व परिजनों ने न्याय की गुहार लगाते हुए आरोपियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
यह है पूरा मामला
17 फरवरी 2015 को 10वीं में पढ़ने वाली छात्रा के गुमशुदगी की रिपोर्ट थाना गोंडा में दर्ज हुई थी। इस मामले में गांव की अनीता के इकलौते बेटे विष्णु पर संदेह जताया, हालांकि कई महीने तक पड़ताल के बाद किशोरी का सुराग नहीं मिला। वहीं, आगरा में एक किशोरी की लाश मिली। उसके शरीर पर मिले कपड़ों के आधार पर गोंडा निवासी पिता ने अपनी बेटी के रूप में शव की पहचान की और विष्णु पर हत्या का आरोप लगा दिया। विष्णु पर किशोरी को बहला-फुसलाकर ले जाने और हत्या कर साक्ष्य मिटाने के आरोप में 25 सितंबर 2015 को चार्जशीट दायर करते हुए विष्णु को जेल भेज दिया गया।
कुछ दिनों के लिए विष्णु जमानत से बाहर आया, लेकिन कोर्ट (This System) में मुकदमे का ट्रायल होने पर विष्णु फिर जेल की दीवारों के पीछे चला गया, हालांकि इस बीच विष्णु के परिवार ने गायब किशोरी की जानकारी जुटानी शुरू की और लड़की के जिंदा होने का पता चला। वहीं मामले पर पुलिस क्षेत्राधिकारी राघवेंद्र सिंह ने बताया कि माननीय न्यायालय के समक्ष युवती को पेश किया गया है। डीएनए जांच का अनुरोध किया गया है।