मिशन 2023: मूंछ भी बच गई और बाल भी…..कांग्रेस के दांव से BJP चारों खाने चित, पढ़े

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले 1 मई मजदूर दिवस पर कांग्रेस को दोहरी खुशी मिली। आज ही प्रदेश में आदिवासी आरक्षण के 58 प्रतिशत आरक्षण वाले हाईकोर्ट को आदेश पर सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है। दूसरी खुशी इस बात की है कि बीजेपी के दिग्गज आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने पार्टी से इस्तीफा देकर कांग्रेस का हाथ थाम लिया। दोनों की मामलों में कांग्रेस ने बीजेपी को दोहरी पटखनी दी है।

बता दें कि कांग्रेस और सीएम भूपेश बघेल हमेशा से ही आदिवासी की अनदेखी का आरोप बीजेपी पर लगाते रहे हैं। आदिवासी आरक्षण पर बीजेपी के इशारे पर राजभवन में विधेयक रोके जाने पर कांग्रेस ने आक्रमक होकर बीजेपी पर निशाना साधती रही। अब नंदकुमार साय ने पार्टी से इस्तीफा देकर इसे और धार दे दी है।

दांव पर लगे ​थे मूंछ और बाल

हाल ही में पीएम आवास के मुददे को लेकर जब बीजेपी विधानसभा घेराव करने निकली थी तब उस कार्यक्रम में नंदकुमार साय भी शामिल हुए थे। मंच से बीजेपी ने के पूर्व सांसद रामविचार नेताम ने सरकार बनने का दावा करते हुए नंदकुमार साय की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब तक छत्तीसगढ़ से कांग्रेस सरकार नहीं हटती तब तक नंदकुमार साय बाल नहीं कटवाएंगे। इसपर नंदकुमार साय ने सिर हिलाते हुए सहमति जताई।

इसके जवाब में राज्य के खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि अगर इस बार उनकी पार्टी कांग्रेस की सरकार नहीं बनती है, तो वह अपनी मूंछ मुड़वा लेंगे। हालांकि अभी विधानसभा चुनाव का ऐलान नहीं हुआ है, न ही नई सरकार का। मगर, आज जो कुछ हुआ उससे खैरियत है कि चलो चुनाव तक खाद्य मंत्री अमरजीत भगत की मूंछ पर से खतरा टल गया, मगर साय के बाल नहीं कटवा वाले बयान का जवाब आना अभी बाकी है। देखने वाली बात होगी कि नंदकुमार साय आने वाले समय में कांग्रेस में किस भूमिका में होंगे।

               ✍️ प्रदीप शर्मा