नई दिल्ली। Manipur Violence: मणिपुर हिंसा को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बड़ा खुलासा किया है। एनआईए के मुताबिक, मणिपुर हिंसा में म्यामांर और बांग्लादेश के उग्रवादी हथियार और गोला बारूद पहुंचा रहे हैं। एनआईए ने शनिवार को अलगाववादी समूह पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के एक प्रशिक्षित सदस्य को गिरफ्तार किया है।
जांच रिपोर्ट से ये पता चला है कि म्यांमार और बांग्लादेश स्थित उग्रवादी समूहों ने मणिपुर में विभिन्न जातीय समूहों के बीच दरार पैदा करने और भारत के खिलाफ युद्ध छेड़ने के इरादे से यह साजिश रची है।
0.बांग्लादेश और म्यामांर से भारत के खिलाफ साजिश
एनआईए प्रवक्ता ने कहा कि हमने मणिपुर में मौजूदा जातीय अशांति का फायदा उठाकर सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए म्यांमार और बांग्लादेश स्थित आतंकवादी संगठनों द्वारा एक अंतरराष्ट्रीय साजिश से संबंधित मामले में सेमिनलुन गंगटे को गिरफ्तार किया है।
एक अंग्रेजी में छपी खबर के अनुसार, 16 सितंबर को एनआईए ने कथित तौर पर छद्म वर्दी पहनने और एक इंसास राइफल, एक एसएलआर, दो 0.303 राइफल रखने के आरोप में इंफाल पूर्व में मैतेई मायेक स्कूल के पास कोंगा से पीएलए ऑपरेटिव मोइरांगथेम आनंद सिंह (45) को चार लोगों के साथ गिरफ्तार किया था। और पत्रिकाएँ और गोला-बारूद।
एक सूत्र ने कहा, लूटे गए हथियारों की आपूर्ति करने वाले आनंद सिंह ने पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे किए है। खुलासे के आधार पर जांच एजेंसी पूरी श्रृंखला का पता लगाने और लिंक करने के लिए राज्य में तलाशी ले रही है।