नई दिल्ली।दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ शराब घोटाले मामले में चल रही जांच के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने बीजेपी सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने ऐसे नेताओं की सूची शेयर की है, जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप थे लेकिन बीजेपी में शामिल हो जाने के बाद उनके खिलाफ जांच बंद कर दी गई.
थरूर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘ना खाऊंगा ना खाने दूंगा’ नारे पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि शायद वह (मोदी) बीफ के बारे में बात कर रहे थे. थररू की यह टिप्पणी शराब घोटाले मामले में दिल्ली के डिप्टी सीएम रहे मनीष सिसोदिया को सीबीआई की पांच दिनों की कस्टडी में भेजे जाने के बाद आई है.
शशि थरूर ने मंगलवार को आठ नेताओं की लिस्ट सोशल मीडिया पर जारी की. इनमें असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, शुभेंदु अधिकारी, भावना गवली, यशवंत जाधव, यामिनी जाधव, प्रताप सरनाईक और नारायण राणे हैं. इन सभी पर भ्रष्टाचार के आरोप थे लेकिन बीजेपी या इनके सहयोगी दलों में शामिल होने पर इनके खिलाफ जांच रोक दी गई.
This is going around, so sharing as received. Always wondered about the meaning of न खाऊँगा न खाने दूँगा. I guess he was only talking about beef! pic.twitter.com/oggXdXX8Ac
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 28, 2023
थरूर ने इस लिस्ट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा किया कि इन नेताओं के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच बीजेपी में जाने के बाद रोक दी गई.
थरूर ने नरेंद्र मोदी के भ्रष्टाचार विरोधी नारेबाजी का हवाला देते हुए कहा कि मैं हमेशा उनके ना खाऊंगा ना खाने दूंगा के बारे में सोचता हूं. मुझे लगता है कि वह बीफ की बात कर रहे हैं.
बता दें कि मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने दिल्ली की शराब नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार किया है. इस गिरफ्तारी के बाद सोमवार को उन्हें राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया. जिसके बाद अदालत ने उन्हें पांच दिन (4 मार्च तक) की सीबीआई रिमांड में भेज दिया था. वहीं, सत्येंद्र जैन को 30 मई को गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वह तिहाड़ जेल में बंद हैं.