The Duniyadari: यमुनोत्री- भारी बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे समेत कई जगह रास्ते बंद हैं। गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने बताया कि भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए चार धाम यात्रा को अगले 24 घंटों के लिए स्थगित कर दिया गया है।
पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग और विकासनगर में तीर्थयात्रियों को रोकने के निर्देश दिए गए हैं।
The Duniyadari: दुर्ग- मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रविवार को दुर्ग जिले के पाटन विधानसभा के अंतर्गत ग्राम जामगांव (एम) में छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित द्वारा निर्मित आधुनिक आयुर्वेदिक औषधि प्रसंस्करण इकाई एवं केन्द्रीय भण्डार गृह परिसर तथा स्प्रेयर बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप अंतर्गत निर्मित हर्बल्स एक्सट्रेक्शन इकाई का लोकार्पण किया। इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, सांसद विजय बघेल, विधायक डोमन लाल कोर्सेवाड़ा, सम्पत लाल अग्रवाल, ललित चन्द्राकर, गजेन्द्र यादव एवं रिकेश सेन, पूर्व मंत्री श्रीमती रमशीला साहू, पूर्व विधायक दया राम साहू, महामण्डलेश्वर हरिद्वार डॉ. स्वामी कैलाशनंद गिरी, स्थानीय आदिवासी स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष विकास मरकाम, वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैकरा, वन बल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव, छत्तीसगढ़ राज्य वनोपज संघ प्रबंध संचालक अनिल कुमार साहू, छ.ग. राज्य वनोपज संघ के कार्यकारी अध्यक्ष एस. मणिकासगन उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री साय ने लोकार्पण के पहले प्रसंस्करण ईकाई परिसर में आंवला का पौधा रोपित किया। इसके साथ ही वन मंत्री कश्यप ने सीताफल का पौधा, सांसद विजय बघेल ने बेल, महामंडलेश्वर डॉ.स्वामी कैलाशनंद गिरी ने भी सीताफल का पौधा रोपित किया।
छत्तीसगढ़ में प्राकृतिक संसाधनों और पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली आयुर्वेद के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री साय ने आज तीन आधुनिक हर्बल (आयुर्वेदिक) औषधीय संयंत्रों का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए वादे को हमारी सरकार ‘मोदी की गारंटी’ को पूरी प्रतिबद्धता के साथ पूर्ण किया जा रहा है। हमारी सरकार डेढ़ वर्षो से लगातार विकास की ओर अग्रसर है। तीन करोड़ जनता से किए गए वादों को हमारी सरकार पूरा कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत पांच वर्षो में गरीब जनता ’’प्रधानमंत्री आवास योजना’’ से वंचित रह गई थी, जिसे हमारी सरकार बनते ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 18 लाख आवासों की स्वीकृति दी और निर्माण कार्य प्रारंभ किया, जो पूर्णता की ओर है। हमारी सरकार किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ धान की खरीद की जा रही है, और उन्हें प्रति क्विंटल 3,100 रुपये की राशि प्रदान की जा रही है। महिलाओं को ‘महतारी वंदन योजना’ के तहत प्रतिमाह 1000 की आर्थिक सहायता राशि दी जा रही है, इस योजना के तहत 70 लाख से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं। इस योजना के छूटे हुए पात्र हितग्राहियों को नये सिरे से जोड़ने की प्रक्रिया भी की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘रामलला दर्शन योजना’ के तहत अब तक 22 हजार से अधिक श्रद्धालु अयोध्या यात्रा कर चुके हैं। उन्होंने आगे बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा शुरू की गई ’मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ को पुनः शुरू कर दिया गया है। योजना के तहत 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा और गंगा स्नान का अवसर निःशुल्क दिया जा रहा है। भूमिहीन कृषि मजदूरों के लिए राज्य सरकार ने ‘दीनदयाल उपाध्याय भूमिहीन कृषि मजदूर योजना’ के तहत सालाना 10 हजार की आर्थिक सहायता राशि दिया जा रहा है।
तेंदूपत्ता संग्राहकों के लिए सरकार ने तेंदूपत्ता संग्रहण दर 4500 से बढ़ाकर 5500 प्रति मानक बोरा कर दी है, जिससे लगभग 13 लाख तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। साथ ही पूर्ववर्ती सरकार में बंद हो चुकी ‘चरण पादुका योजना’ को भी फिर से शुरू किया गया है, जिसके अंतर्गत आज पांच हितग्राही महिलाओं को चरण पादुका प्रदान किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री साय की संवेदनशीलता को देखने को मिली। उन्होंने ग्राम बढ़भुम जिला बालोद निवासी महिला हितग्राही श्रीमती शकुंतला कुरैटी को अपने हाथों से चरण पादुका पहनाया। इसके साथ ही अन्य हितग्राही श्रीमती वैजयंती कुरैटी, श्रीमती निर्मला उईके, श्रीमती ललिता उईके, श्रीमती अघनतीन उसेंडी को भी वन मंत्री सहित सभी अतिथियों ने अपने हाथों से चरण पादुका पहनाया।
राज्य में आयुर्वेद और वनौषधियों के महत्व को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने आज तीन नई हर्बल इकाइयों का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इन इकाइयों से लगभग दो हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ का 44 प्रतिशत भू-भाग वन क्षेत्र से आच्छादित है। यह हमारे लिए सौभाग्य का विषय है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक औषधियों की कच्ची सामग्रियाँ जंगलों से एकत्रित कर संयंत्रों तक पहुंचाई जाएंगी, जिससे वनवासियों को सीधा लाभ होगा। उन्होंने कहा कि यह प्रसंस्करण इकाई मध्य भारत का सबसे बड़ा प्रसंस्करण इकाई है। यह संयंत्र आयुर्वेदिक औषधि निर्माण के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा। इससे न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होगा, बल्कि छत्तीसगढ़ की पहचान राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयुर्वेदिक केंद्र के रूप में बनेगी।
मुख्यमंत्री ने लोगों से ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान में जुड़ने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को अपनी माँ के नाम पर कम से कम एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए और उसका संरक्षण करना चाहिए। इससे न केवल पर्यावरण की रक्षा होगी और प्रकृति के रूप में माँ के प्रति सम्मान बना रहेगा।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 44.10 प्रतिशत वनाच्छादित क्षेत्र है। जिसके कारण राज्य में वनोपज की बहुलता है। यह प्रसंस्करण इकाई मध्य भारत का सबसे बड़ा प्रसंस्करण इकाई है। इसके प्रारंभ होने से वनोपज का संग्रहण, प्रसंस्करण के साथ-साथ वनोपज के उत्पाद को बेहतर बाजार मिलेगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का वनोपज को पूरी दुनिया तक पहुंचे इस उद्देश्य से इस इकाई की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में 67 प्रकार के वनोपज का संग्रहण किया जाता है और वनोपज संग्रहण से जुड़े 13 लाख 40 हजार वनवासियों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। वन मंत्री कश्यप ने कहा कि मोदी की गारंटी के अनुरूप ’’चरण पादुका योजना’’ को पुनः प्रारंभ किया गया है।
उल्लेखनीय है कि आयुर्वेदिक प्रसंस्करण इकाई छत्तीसगढ़ की समृद्ध वन संपदा को विज्ञान और आधुनिक तकनीक से जोड़कर ’’फारेस्ट टू फर्मेंसी मॉडल’’ को साकार करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है। 27.87 एकड़ क्षेत्र में 36.47 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित आयुर्वेदिक प्रसंस्करण इकाई से प्रतिवर्ष 50 करोड़ रूपए मूल्य के उत्पाद तैयार किये जाने का अनुमान है। यह इकाई प्रदेश के वनों में पायी जाने वाली औषधीय और लघु वनोपज जैसे महुआ, साल बीज, कालमेघ, गिलोय, अश्वगंधा आदि का संगठित एवं वैज्ञानिक प्रसंस्करण कर चूर्ण सिरप, तेल, टैबलेट एवं अवलेह जैसे गुणवत्तापूर्ण आयुर्वेदिक उत्पादों का निर्माण करेगी। यह इकाई छत्तीसगढ़ हर्बल्स ब्रांड के तहत प्रदेश के उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय बाजारों में पहचान दिलाने का प्रमुख केन्द्र भी बनेगी। परियोजना के अंतर्गत 2000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इसमें बड़ी संख्या में महिलाओं की प्राथमिक प्रसंस्करण कार्याें में भागीदारी सुनिश्चित होगी, जिससे उन्हें स्वरोजगार का अवसर मिलेगा। वही युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण प्राप्त होने से स्थानीय स्तर पर आजीविका के नए द्वार खुलेंगे। आयुर्वेदिक प्रसंस्करण इकाई में आधुनिक वेयर हाउस की 20,000 मीट्रिक टन की संग्रहण क्षमता विकसित की गई है, जिससे सीजनल वनोपजों के दीर्घकालीन संरक्षण एवं गुणवत्ता नियंत्रण में सहायता मिलेगी। यह परियोजना प्रधानमंत्री के वोकल फ़ॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत के विजन को मूर्तरूप देती है। यह न केवल वन उत्पादों के स्थानीय मूल्य संवर्धन का उदाहरण प्रस्तुत करती है, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन, आर्थिक विकास और सामाजिक समावेशिता को भी सशक्त बनाती है।
The Duniyadari: रायपुर- छत्तीसगढ़ भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक से दीपक बैज का मोबाइल पार हो गया है. जानकारी के मुताबिक पीसीसी चीफ दीपक बैज बैठक के दौरान मीडिया से बातचीत करने मीटिंग हॉल से बाहर आए थे.
इसी बीच कार्यकर्ता के रूप में किसी चोर ने बैज का I-phone 15 pro चोरी कर ले गया. दीपक बैज के मोबाइल गायब होने की सूचना मिलते ही प्रदेश कार्यालय में हड़कंप मच गया. सभी कार्यकर्ता पीसीसी चीफ के मोबाइल खोजने में जुट गए. फिलहाल खम्हारडीह थाना में मोबाइल गुम होने की सूचना दी गई है. पुलिस टीम मौके पर पहुंचकर जांच कर रही है.
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा की मोबाइल फ़ोन गायब हुआ है. राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाजुर्न खड़गे जी के दौरे की तैयारी चल रही थी. एनएसयूआई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक बुलाई गई थी. इसी बीच मीडिया को बाइट देने बाहर आया हुआ था. अंदर जाने पर मोबाइल फ़ोन नहीं मिला.
मेरा मोबाइल हो सकता है, मुझसे कहीं छूट गया होगा, इतना मुझे ध्यान नहीं है. हमने मोबाइल को बंद करने की सूचना दे दी है. मेरे मोबाइल में गाँव से लेकर दिल्ली तक के कांटेक्ट थे. सिर्फ़ इसी की चिंता है. मेरे कांटेक्ट नए सिरे से जोड़ने पड़ेंगे, और मेरे लोकसभा चुनाव के वक्त की कुछ तस्वीरे है. इससे ज़्यादा कुछ ख़ास मेरे मोबाइल पर नहीं था.
राजीव भवन की सुरक्षा के सवाल पर कहा-
पूरा प्रदेश सुरक्षित नहीं है, तो राजीव भवन कैसे सुरक्षित रह सकता है. हालांकि हमने सूचना दे दी है. हमे अपने कार्यकर्ताओं पर पूरे भरोसा है. हो सकता है किसी के हाथ मोबाइल आ गया होगा. इतनी भीड़-भाड़ में कोई संदीगद्द हो सकता है.
खम्हारडीह थाना पुलिस ने बताया की पूरे मामले की जांच की जा रही है. मोबाइल गुम होने की शिकायत मिली है. आस-पास के इलाकों में मुखबिरों को सक्रिय कर दिया गया है. सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे है. जल्द ही आरोपी पकड़ में आ जाएगा.
The Duniyadari: रायपुर– मुख्यमंत्री साय ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास में प्रधानमंत्री मोदी के लोकप्रिय मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ को सुना और इसे प्रेरणादायी बताया।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से देश के कोने-कोने में हो रहे नवाचारों, जन-भागीदारी और सकारात्मक प्रयासों की चर्चा करते हैं, जिससे राष्ट्र निर्माण के लिए समर्पित लोगों को पहचान और सम्मान मिलता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विचारों से प्रेरणा लेकर छत्तीसगढ़ में जनभागीदारी के साथ स्वास्थ्य और प्रकृति की रक्षा के लिए निरंतर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज के ‘मन की बात’ कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री मोदी ने उपयोगी जानकारियां साझा की। प्रधानमंत्री ने स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए फिटनेस और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में चल रहे नवाचारों के बारे में बताया है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि जीवन में छोटे-छोटे प्रयास बड़े बदलाव का आधार बनते हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह दृष्टिकोण हम सभी को प्रेरित करता है और यदि हम नियमित रूप से छोटे लेकिन सार्थक कदम उठाएं, तो समाज और देश में व्यापक सकारात्मक परिवर्तन संभव है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री देश की छोटी-छोटी से लेकर बड़ी उपलब्धियों पर भी अपनी बात साझा करते हैं और उसकी सराहना करते हैं। साय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने योग दिवस की भव्यता, पर्यावरण संरक्षण में जनभागीदारी, महिला सशक्तिकरण, भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की उपलब्धि, 1975 के आपातकाल और भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों की वियतनाम यात्रा और भारत के ट्रेकोमा मुक्त होने जैसे विषयों पर अपने विचार साझा किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत हम सभी का संकल्प है और राष्ट्र को आगे ले जाने के लिए छत्तीसगढ़ हर मोर्चे पर दृढ़ संकल्प के साथ खड़ा है।
इस अवसर पर निरंजन पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशनंद गिरी महाराज, केंद्रीय राज्य मंत्री महिला एवं बाल विकास श्रीमती सावित्री ठाकुर, कैबिनेट मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक राजेश मूणत, विधायक अनुज शर्मा, विधायक राजेश अग्रवाल, विधायक संपत अग्रवाल, विधायक प्रबोध मिंज, राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा, सीजीएमएससी के चेयरमैन दीपक म्हस्के, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा, वन विकास निगम के अध्यक्ष रामसेवक पैंकरा, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड की अध्यक्ष श्रीमती शालिनी राजपूत उपस्थित थे।
The Duniyadari: खातेगांव– जिले के खिवनी अभ्यारण्य में आदिवासियों को हटाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आदिवासियों को बिना सूचना के हटाए जाने मामले को लेकर विधायक न सिर्फ समर्थन में उतर गया है बल्कि कार्रवाई करने वाले वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बीजेपी विधायक आशीष शर्मा ने खिवनी अभ्यारण्य एसडीओ (SDO) विकास मोरे, रेंजर भीमसिंह सिसौदिया को हटाने एवं पीड़ित परिवार को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नाम पत्र लिखा है।
बता दें कि बीते दिनों खिवनी में वन भूमि पर कब्जा बताकर आदिवासियों के घरों पर वन विभाग ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की थी। वन विभाग की कार्रवाई से करीबन 80 आदिवासी परिवार बेघर हो गए थे। मामले में विधायक ने बरसात में आदिवासियों की परेशानी को देखते हुए मुख्यमंत्री से कार्रवाई की मांग की है।
मीडिया से चर्चा में विधायक ने बताया हमारी अधिकारी और मुख्यमंत्री से मामले में चर्चा हुई थी। घटना अधिकारियों की मनमाने रवैए को एंगित करती है। अब देखना होगा की विधायक के पत्र लिखने के बाद क्या अधिकारी कर्मचारी पर गाज गिरेगी या नहीं।
The Duniyadari: जगदलपुर- शहर में आत्महत्या का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहाँ एक इलाजरत सरपंच पति ने अस्पताल से भागकर फांसी लगा ली और अपनी इहलीला ख़त्म कर ली। पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल रवाना कर दिया है।
पुलिस भी इसे आत्महत्या मानकर जांच-कार्रवाई में जुटी हुई है। जानकारी के अनुसार जगदलपुर विकासखंड के कावापाल पंचायत के सरपंच के पति कमलोचन बघेल डिमरापाल अस्पताल में दाखिल था। यहां उसका इलाज चल रहा था।
इसी बीच शनिवार को शाम 5:30 बजे बिना किसी को कुछ बताये अचानक गायब हो गया। जबकि आज सुबह कमलोचन की लाश जगदलपुर एसपी दफ्तर के सामने स्थित एक चाय के ठेले के पास फांसी पर लटकते हुए बरामद की गई। कमलोचन बघेल ने किन वजहों से यह आत्मघाती कदम उठाया, इसकी जाँच की जा रही है।
The Duniyadari: मध्यप्रदेश में रफ्तार का कहर थम नहीं रहा है। तेज रफ्तार वाहनों के अनियंत्रित होने से रोज रोज सड़क हादसे हो रहे है। सड़क हादसों में असमय लोगों की मौतें बी हो रही है। ताजा मामला बैतूल जिले का है जहां तेज रफ्तार बस ने किसान को कुचल दिया जिससे किसान की मौके पर ही दर्दाक मौत हो गई।
मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम के कारण हाइवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई थी। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की समझाइश के बाद मामला किसी तरह शांत हुआ।
दरअसल घटना नागपुर भोपाल नेशनल हाइवे पर नीमपानी गांव के पास की है। हाइवे पर दूर तक क्रॉसिंग नहीं होने से विपरीत दिशा से आ रहे किसान बस की चपेट में आ गया। किसान की मौत के बाद आक्रोशित सैकड़ों ग्रामीणों ने हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। जाम के कारण सड़क पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
हालात कंट्रोल करने बैतूल और शाहपुर से पुलिस बल मौके पर भेजा गया। बैतूल एसडीएम भी मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों ने हाइवे पर क्रॉसिंग बनाने की मांग रखी। प्रशासनिक अधिकारियों ने उचित कार्यवाही का आश्वासन देकर चक्काजाम खत्म करवाया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए फिलहाल घटनास्थल पर पुलिस बल तैनात है।
The Duniyadari: रायपुर- राजधानी में आदतन चाकूबाज, बदमाशों के हौंसले पुलिस की नर्मी के कारण बुलंद हो गये है। शहर में एक्टिव आदतन सहित नये चाकूबाज स्थानीय थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच की लाख कवायदों के बाद भी नहीं सुधर रहे है।
कल देर रात फिर एक हिस्ट्रीशीटर अभय रक्सेल और अंकुश रात्रे समेत अन्य आरोपियों ने मिलकर चाकूबाजी की वारदात को अंजाम दिया। आरोपियों ने अहसान नामक युवक को मारा चाकू, घायल युवक अहसान को गंभीर हालत में अंबेडकर अस्पताल में किया भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
अंकुश रात्रे हिस्ट्रीशीटर मुस्कान रात्रे भाई का है। मुस्कान रात्रे भी कबीर नगर इलाके में चाकूबाजी की वारदात को अंजाम देने के बाद से है फरार चल रही है। अंकुश रात्रे,अभय , नशीले टेबलेट एवं अवैध रूप से गांजा शराब गोली बेचने का काम करते हैं।
इसी आरोपी ने पिछले साल मारपीट के एक मामले में मोहल्ले वालों एवं पुलिस की टीम पर गिरफ़्तारी से बचने के लिए घरेलू गैस सिलेंडर में आग लगाकर ऊपर फेका था। जिसमे बड़ा हादसा होते होते बचा था। ये दोनों आरोपी रात्रे ओर रक्सैल कई गंभीर मामलों में जेल जा चुके है। मौदहापारा पारा थाना इलाके की घटना है।
The Duniyadari: नई दिल्ली: पाकिस्तान आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने इस साल अप्रैल में कश्मीर को पाकिस्तान का जगलर वेन (गले की नस) बताया था. इसके बाद पहलगाम हमला हुआ था. अब ऑपरेशन सिंदूर के बाद आसिम मुनीर ने फिर से अपने गंदे इरादे जाहिर किए हैं.
उन्होंने पाकिस्तान नेवी के पासिंग आउट परेड के दौरान कश्मीर मुद्दे को फिर से उठाया. आसिम मुनीर ने कहा कि अगर दुश्मन तनाव बढ़ाता है तो इसके पूरे क्षेत्र में बहुत बुरे परिणाम (Catastrophic consequences) हो सकते हैं और इसका जिम्मेदार दुश्मन ही होगा.
आसिम मुनीर ने कश्मीर में पाकिस्तानी आतंकवाद को कश्मीरियों की लड़ाई का नाम देते हुए कहा कि ‘अभी हमें कश्मीरी भाइयों की ‘कुर्बानी’ को निश्चित रूप से याद करना चाहिए जो भारत के खिलाफ लड़ रहे हैं.” पहलगाम हमले के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई के रूप में शुरू हुए ऑपरेशन सिंदूर में बुरी तरह पिटने के बाद आसिम मुनीर पाकिस्तानियों को एक बार फिर से कश्मीर और जंग का चूरन बेच रहे हैं.
आसिम मुनीर ने पाकिस्तान में पनप रहे आतंकवाद और असंतोष का दोष भारत पर मढ़ते हुए कहा कि पाकिस्तान अपनी जमीन पर आतंकवाद का खात्मा करने के करीब ही था लेकिन भारत इस क्षेत्र में जानबूझकर आतंकवाद भड़का रहा है. कश्मीर मुद्दे को उठाते हुए आसिम मुनीर ने कहा, “ऐसे समय में, हमें अपने कश्मीरी भाइयों की कुर्बानी को याद रखना चाहिए जो भारत के अवैध कब्जे के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं.”
कश्मीर में आतंकियों की करतूतों का बिना कोई जिक्र करते हुए आसिम मुनीर ने पाकिस्तान की कथित भलमनसाहत जाहिर की. उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के अनुसार कश्मीर मुद्दे के न्यायपूर्ण समाधान का प्रबल समर्थक है.” आसिम मुनीर ने इस क्षेत्र की शांति को कश्मीर मुद्दे के “न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण समाधान” से जोड़कर ये बता दिया कि इस पूरे क्षेत्र में ‘अशांति’ और ‘हिंसा’ के लिए कौन जिम्मेदार है.
आसिम मुनीर ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत-पाकिस्तान के बीच हुए टकराव का जिक्र करते हुए कहा कि इस दौरान पाकिस्तान ने संयम और परिपक्वता का परिचय दिया.
उन्होंने पहलगाम हमले का जिक्र नहीं किया और भारत की कार्रवाई को जोरशोर से प्रचारित किया, “भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ उकसावे वाली कार्रवाई की. जिसका पाकिस्तान ने मजबूती से जवाब दिया. इससे न सिर्फ हमारे राष्ट्रीय सम्मान की रक्षा हुई बल्कि इस क्षेत्र में बड़ा तनाव होते होते बच गया. आसिम मुनीर ने कहा कि उकसावे के बावजूद पाकिस्तान ने संयम और परिपक्वता से काम लिया और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के प्रति अपना कमिटमेंट जताया. उन्होंने पाकिस्तान को इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने वाला बताया.
पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने कहा कि हाल के वर्षों में भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ दो बार बिना उकसावे के आक्रामक कार्रवाई की है, जिसका हमने दृढ़ जवाब दिया है. उन्होंने कहा, “गंभीर उकसावे के बावजूद पाकिस्तान ने संयम और परिपक्वता के साथ काम किया और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए अपनी प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया, जिससे वह एक इस क्षेत्र में शांति के रूप में अपनी भूमिका निभा पाया.
” भारत का नाम लिए बिना जंग की धमकी देते हुए आसिम मुनीर ने कहा कि अगर कोई भी दुश्मन पाकिस्तान पर ये सोचकर नजर उठाएगा कि उसे कुछ जवाब नहीं मिलेगा और हम अपनी समस्याओं से घिरे हैं तो ये उसकी गलती होगी. उसे करारा जवाब मिलेगा.
आसिम मुनीर ने गंभीर धमकी देते हुए कहा कि इलाके में तनाव बढ़ाने की जिम्मेदारी, जिसके नतीजे में पूरे क्षेत्र में बहुत बुरे परिणाम (Catastrophic consequences) हो सकते हैं, दुश्मन पर होगी. पाक आर्मी चीफ ने कहा कि पाकिस्तान अपने संप्रभुता की रक्षा निर्णायक और बिना हिचक के करेगा.
पाकिस्तान के आर्मी चीफ ऑपरेशन सिंदूर में भारत के प्रचंड प्रहार को छिपाते हुए अपनी शेखी बघारी और कहा कि भारत मार्का ए हक की कामयाबी को कभी नहीं भूला पाएगा. पाकिस्तान में ‘मुल्ला जनरल’ के नाम से चर्चा में रहने वाले आसिम मुनीर ने एक बार फिर से मजहबी लाइनें पढ़ीं और कहा कि छोटी ताकतों ने कई बार बड़ी ताकतों को हराया है.
गौरतलब है कि पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को नेस्तानाबूद कर दिया. इसके बाद भारत की वायु सेना ने पाकिस्तान के 11 एयरबेस को तबाह कर दिया. इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के 160 से ज्यादा लोग मारे गए.
The Duniyadari: हरियाणा- प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग के एक बड़े मामले में हरियाणा के पूर्व कांग्रेस विधायक धर्म सिंह छोकर और उनसे जुड़ी कंपनियों की 557 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली। इस कार्रवाई के साथ इस मामले में अब तक जब्त कुल संपत्ति की राशि 638 करोड़ रुपये से अधिक हो चुकी है।
यह मामला महिरा इन्फ्राटेक लिमिटेड जो कि पहले साई आइना फार्म्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से जानी जाती थी और चौकर के सहयोगियों से जुड़ा है। जब्त की गई संपत्तियों में गुरुग्राम के सेक्टर 68, 103 और 104 में फैली 35 एकड़ जमीन, रिहायशी और व्यावसायिक संपत्तियां शामिल हैं।
ईडी के अनुसार, आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज और जाली बैंक गारंटी के ज़रिए गुरुग्राम में सस्ती आवासीय परियोजनाओं के लिए लाइसेंस हासिल किए। इन परियोजनाओं के नाम पर करीब 3,700 लोगों से 616 करोड़ रुपये वसूले गए। इसके बावजूद कंपनी ने मकान समय पर डिलीवर नहीं किए और कथित तौर पर फंड्स की हेराफेरी की गई।
जांच में पता चला कि कंपनी के निर्देशकों और प्रमोटर्स ने पैसे को फर्जी निर्माण लागत दिखाकर अपनी सहयोगी कंपनियों को ट्रांसफर किया। इसके अलावा खरीदारों से जुटाए गए फंड को समूह की अन्य कंपनियों को कर्ज के रूप में स्थानांतरित किया गया जो वर्षों से बकाया है।
ईडी ने गुरुग्राम की विशेष अदालत में चार्जशीट दायर की, जिसे अदालत ने संज्ञान में ले लिया है। इससे पहले फरवरी और मार्च में 81 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई थी। महिरा ग्रुप के प्रमोटर सिकंदर सिंह को 30 अप्रैल 2023 को गिरफ्तार किया गया था।
चौकर को 6 गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद 5 मई 2024 को हिरासत में लिया गया। इडी ने कहा, “धर्म सिंह छोकर और उनके सहयोगियों ने जानबूझकर सस्ती आवासीय परियोजनाओं के नाम पर लोगों को धोखा दिया। फंड्स को फर्जी कंपनियों के माध्यम से घुमाकर व्यक्तिगत लाभ उठाया गया।”
*युक्ति युक्तकरण के सभी प्रकरणों का निराकरण कर शिक्षको को कार्यभार ग्रहण कराने के दिए निर्देश**
*उचित मूल्य की दुकान दूर होने पर सुदूरवर्ती क्षेत्रों...