Clash Between Police Leader: IPS slapped BJP worker...BJP said- Apologize...?
Clash Between Police Leader

रायपुर। Clash Between Police Leader : रायपुर के आजाद चौक थाना क्षेत्र में गुरुवार को कैंची से गोदकर हत्या का मामला सामने आया था। इस पर पुलिस ने बदमाशों के विरोध में शुक्रवार को अभियान चलाया। पुलिस कार्रवाई के दौरान भाजयुमो के सह मीडिया प्रभारी शंकर साहू और आईपीएस मयंक भिड़ गए। दोनों के बीच जमकर धक्कामुक्की और कहासुनी हुई। शंकर ने मयंक गुर्जर पर थप्पड़ मारने का आरोप भी लगाया है।

मामले में बीजेपी कार्यकर्ता आजाद चौक थाना पहुंच गए और जीई रोड पर शाम पांच से रात साढ़े नौ बजे तक चक्काजाम किया गया। आईपीएस के खेद प्रकट करने के बाद चक्काजाम को हटाया गया है। इस दौरान रास्ता जाम हो जाने से लोगों के साथ तीन एंबुलेंस अटकी रहीं। एक में छोटा बच्चा वेंटिलेटर पर था। उसे अंबेडकर अस्पताल ले जाया जा रहा था। बड़ी मुश्किल के बाद एंबुलेंस को रास्ता मिला, लेकिन भीड़ के लिए रास्ता बंद कर दी गई है।

बीजेपी के बड़े-बड़े नेता भी मौजूद

जिस तरह चक्काजाम की जानकारी फैली, बीजेपी के बड़े-बड़े नेता भी पहुंचे। पहले भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत पहुंचे। फिर पूर्व मंत्री राजेश मूणत, श्रीचंद सुंदरानी पहुंचे। नेताओं को देखकर कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ गया। सीएसपी और पुलिस के विरोध में भाजपा के नेता समेत कार्यकर्ता ने जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शन के दौरान पुलिस के सभी अधिकारी वहां पहुंचे। पुलिस अफसरों ने पहले बीजेपी युवा नेता और वरिष्ठ नेता को मनाने का प्रयास किए।

आजाद चौक थाना क्षेत्र के समता कालोनी में शाम 4 बजे वहां पुलिस ने आरोपियों का जुलूस निकाला था। वहीं पे अड्डेबाजी करते हुए कुछ लोग थे। जिन्हें वहां से खदेड़ा। वहीं पर  शंकर भी खड़ा था। मयंक ने शंकर को भी हटने कहा। शंकर वहां से नहीं हटा। इस बात को लेकर दोनों आपस में भिड़ गए।

बाइपास सड़क जाम

भीड़ इतना बाद गया की आम जनता को आवागमन में दिक्कत हुई। रास्ता बंद हो जाने से भिलाई की ओर से आने वाला और शहर से टाटीबंध की ओर से जाने वाला ट्रैफिक ठप हो गया। प्रशिक्षु आईपीएस मयंक गुर्जर ने कहा कि हम सभी को वहां हटने को कह रहे थे। शंकर से भी कहा गया, लेकिन वह नहीं हटा। उल्टे बहस करने लगा। वह मेरी वर्दी के ऊपर आने लगा था। इस दौरान धक्कामुक्की हो गई। वह वर्दी के ऊपर आ रहा था इसलिए ऐसा हुआ।

पूर्व मंत्री राजेश मूणत, पूर्व विधायक श्रीचंद सुंदरानी भी मौके पर पहुंचे। सभी धरने पर वहीं बैठ गए। उनके पहुंचने के बाद अफसर सक्रिय हुए। अफसरों ने मामले की जानकारी दी। पूर्व मंत्री के निर्देश के बाद बीजेपी के पांच नेताओं का प्रतिनिधिमंडल आजाद चौक थाने सीएसपी के ऑफिस पहुंचा। आईपीएस मामले को लेकर खेद जाहिर किया।

शंकर साहू का बयान

शंकर साहू ने बताया कि वह जुलूस देखकर रुके हुए थे। पीछे से सीएसपी आए और मोटरसायकल की चाबी निकाला । मैंने जैसे ही सवाल किया तो तमाचा जड़ दिया। मैंने पूछा कि क्यों मार रहे हो और अपनी पहचान बताते हुए मोबाइल निकाला, तो प्रशिक्षु आईपीएस ने उसे भी छिन लिया।