नई दिल्ली। Indian Navy: नौसेना दिवस Navy Day से पहले एक संवाददाता सम्मेलन भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार Admiral R. Hari Kumar ने कहा है कि नौसेना में महिलाओं की भूमिका तेजी बढ़ रही है। महिलाओं की सभी भूमिकाओं-सभी रैंक के आधार पर नियुक्तियां की जा रही हैं। महिला अग्निवीरों की संख्या एक हजार से अधिक हो गई है।
एडमिरल कुमार ने कहा कि भारतीय नौसेना Indian Navy तीनों सेनाओं की एकजुटता के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। हाल ही नौसैनिक जहाज पर पहली महिला कमांडिंग ऑफिसर नियुक्त की गई। उन्होंने कहा कि हमारी इकाइयां हिंद महासागर क्षेत्र व उससे परे राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए तैनात हैं। इस दौरान एडमिरल कुमार ने 10 क्षेत्रीय भाषाओं में नौसेना इतिहास की पुस्तकों का विमोचन किया।
नौसेना Indian Navy भविष्य में होने वाले किसी भी युद्ध के लिए है तैयार
हिंद महासागर क्षेत्र में चीन, मालदीव और पाकिस्तान की गतिविधियों पर एडमिरल कुमार ने कहा कि महासागरों को साझा विरासत माना जाता है। महासागरों का उपयोग किसी भी राष्ट्र की वैध आर्थिक गतिविधियों के लिए किया जा सकता है। हम हिंद महासागर में स्थानीय नैसैनिक शक्ति के रूप में नजर रख सकते हैं कि वहां क्या हो रहा है। हम जहाजों, पनडुब्बियों, विमानों को तैनात करते हैं। उन्होंने कहा कि नौसेना भविष्य में होने वाले किसी भी युद्ध के लिए तैयार है।
महिला को ऐसे समय में युद्धपोत की कमान संभालने के लिए चुना गया है जब सशस्त्र बलों में लैंगिक एकीकरण जोरों पर है। यह घटनाक्रम नौसेना द्वारा अग्निपथ भर्ती योजना के तहत पहली बार नाविकों के रूप में महिलाओं को शामिल करना शुरू करने के कुछ महीनों बाद आया है।
वर्तमान में लगभग 40 महिला अधिकारी युद्धपोतों पर सेवा दे रही हैं। 2021 में, नौसेना ने लगभग 25 वर्षों के अंतराल के बाद चार महिला अधिकारियों को युद्धपोतों पर नियुक्त किया। एक अल्पकालिक प्रयोग में, नौसेना की रसद और चिकित्सा शाखाओं की महिलाओं को 1997 में बेड़े के टैंकर आईएनएस ज्योति पर तैनात किया गया था।
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