सतना: एमपी में मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना (Mukhyamantri Teerth Darshan Yojana) की शुरुआत हो गई है। यह योजना गरीब बुजुर्गों के लिए है। एमपी के सतना जिले से एक ऐसा मामला आया है, जिससे सभी लोग हैरान हैं। सतना में IPS के माता-पिता ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के लिए आवेदन दिया था। दोनों खुद भी सरकारी शिक्षक हैं। उनका नाम लालजी बागरी और पत्नी का नाम विद्या बागरी है। दोनों ने मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना अंतर्गत 24 फरवरी 2023 को द्वारिका जाने वाली ट्रेन में तीर्थ यात्रा हेतु आवेदन किया था। यात्रा के लिए इनका नाम भी कंफर्म हो गया था।
किसी ने इसकी शिकायत सतना कलेक्टर अनुराग वर्मा से कर दी। कलेक्टर ने इस मामले में संयुक्त कलेक्टर को जांच अधिकारी नियुक्त कर दिया। पूरे मामले में संयुक्त कलेक्टर ने जांच के दौरान पाया कि लालजी बागरी शासकीय सेवक हैं। साथ ही आयकर दाता भी हैं। ऐसी स्थिति में इनके आवेदन अपात्र श्रेणी में आते हैं। लालजी बागरी और विद्या बागरी की तरफ से आए आवेदन को निरस्त कर दिया गया है।
कलेक्टर ने की कार्रवाई
जानकारी के अनुसार लालजी बागरी का मूल पद सहायक शिक्षक है। वह शासकीय माध्यमिक शाला मसनहा संकुल केंद्र रैगांव जिला सतना में पदस्थ हैं। शासकीय सेवा में होने के कारण आयकर दाता को इस योजना के तहत जाने की पात्रता नहीं है। मामले की जांच कराने के उपरांत कलेक्टर ने लालजी बागरी को मध्य प्रदेश सिविल सेवा आचरण उल्लंघन करने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
बेटा भी एसपी के रूप में पदस्थ
वहीं, तीर्थ दर्शन योजना के लिए आवेदन करने वाले शिक्षक के बेटा एमपी के एक जिले में एसपी के पद पदस्थ है। इसके बावजूद उन्होंने सरकारी तंत्र को गुमराह को तीर्थ दर्शन योजना का लाभ उठाने की कोशिश की है। शिकायत सही पाए जाने के बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही जिले में उनकी फजीहत भी हो रही है।