Odisha Train Accident: 'Water also looks like blood', the impact of the accident is visible on the minds of the rescue workers ... Many stopped eating and drinking
Odisha Train Accident

बालासोर, Odisha Train Accident : ओडिशा के बालासोर में बहनागा बाजार स्टेशन के पास हुआ हादसा (Odisha Train Accident) दिल दहला देने वाला है। शुक्रवार शाम को हादसे की खबर टुकड़ों-टुकड़ों में सामने आई।

पहले कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर की खबर थी। इसके बाद इसमें हावड़ा एक्सप्रेस से टक्कर की बात भी सामने आई और देर शाम तक यह स्थिति साफ हुई कि तीन ट्रेनों में टक्कर हुई है।

हादसे (Odisha Train Accident) की जो तस्वीरें सामने आई हैं वह भयावह हैं, उन्हीं से यह अंदेशा हो गया था कि मृतकों का आंकड़ा सैकड़ा पार कर लेगा।

हुआ भी यही, पहले 30, फिर 50, आगे 70 लोगों की मौत की संख्या आधी रात को 120 में बदली और देखते-देखते 207 से 237 तक पहुंच गई है। अभी तक के सामने आए आंकड़े के अनुसार 900 लोग घायल हैं। ओडिशा के मुख्य सचिन प्रदीप जेना ने इसकी जानकारी दी।

सेना भी राहत कार्य में हुई शामिल

शनिवार सुबह अंधेरा छंटा तो इस हादसे की तस्वीर और साफ हुई। बहनागा बजार इलाके में रातभर चीखपुकार मची रही।  सामने आया कि ट्रेन के डिब्बों के मलबे में अभी भी कई शव फंसे हुए हैं।

कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई एसी कोच अगले ट्रैक पर पलट गए थे, लिहाजा इसमें मौतों के आंकड़े सबसे अधिक हैं। एनडीआरएफ को बोगियों के बीच चिपके शवों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल करना पड़ा तो वहीं, कई घायल ऐसे भी हैं जो क्षतिग्रस्त बोगियों में फंसे हुए हैं।

बचाव अभियान में मदद के लिए सेना ने भी हाथ बढ़ाया है। जिस हिस्से में कोरोमंडल एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकराई थी, उस हिस्से से यात्रियों के शव बरामद किए जा रहे हैं।

एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा

शुक्रवार को हुए रेल हादसे को लेकर सीएम नवीन पटनायक ने बड़ा ऐलान किया है। घोषणा के मुताबिक 3 जून को राज्य में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया (Odisha Train Accident) है। इसलिए पूरे राज्य में 3 जून को कोई उत्सव नहीं मनाया जाएगा। ओडिशा के सूचना और जनसंपर्क विभाग ने इसकी जानकारी दी है।

हादसे के कारणों के जांच के आदेश

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णन ने कहा कि, ‘मैंने यह पता लगाने के लिए एक उच्च-स्तरीय जांच करने का आदेश दिया है कि यह दुर्घटना क्यों हुई। इसके मूल कारण तक पहुंचना महत्वपूर्ण है। उधर, अस्पतालों में भर्ती दुर्घटना के पीड़ितों के लिए दवाओं और व अन्य जरूरी सामग्रियों की आपूर्ति के संबंध में,

सचिव शालिनी पंडित ने बताया, “सभी आवश्यक प्राथमिक उपचार सामग्री, दवाएं और IV तरल पदार्थ पर्याप्त स्टॉक में हैं”। इसके अलावा मयूरभंज जिले के गोदाम से कुछ अतिरिक्त स्टॉक बालेसोर के लिए तुरंत स्थानांतरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम हर स्थिति के लिए सतर्क हैं।

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