Lizard Korba: चैतुरगढ़ में घूमती मिली छिपकली की ऐसी अनोखी प्रजाति, मीलों दूर दक्षिण भारत में है जिसका घर

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Lizard Korba: चैतुरगढ़ में घूमती मिली छिपकली की ऐसी अनोखी प्रजाति
Lizard Korba: चैतुरगढ़ में घूमती मिली छिपकली की ऐसी अनोखी प्रजाति

Lizard कोरबा। प्रकृति की खूबसूरती समेटे चैतुरगढ़ की मनोरम वादियों में छिपकली (Lizard) की एक ऐसी अनोखी प्रजाति मिली है, जिसका घर छत्तीसगढ़ से मीलों दूर दक्षिण भारत में है। हिल गीको नामक यह दुर्लभ प्रजाति कोरबा में दूसरी बार सामने आई है। प्राणि शास्त्र और वन विज्ञान के नजरिए से यह अपने आप में कोरबा की बायोडायवर्सिटी के लिए बड़ी बात है।

 

जिले के जंगल अनोखी वनस्पतियों और दुर्लभ वन्य प्राणियों से भरे पड़े हैं। समय-समय पर अचानक प्रकट हो चकित करने वाले जीवों ने यह साबित किया है। एक बार फिर कुछ ऐसा ही जीव दिखा है। यहां छिपकली की एक दुर्लभ प्रजाति हिल गीको मिली है। छत्तीसगढ़ में छिपकाली की इस प्रजाति का मिलना अपने आप में अनोखा व महत्वपूर्ण है, जो क्षेत्र के जंगलों की जैव विविधता की समृद्धता दर्शाता है।

भारत समेत विभिन्न एशियाई देशों में पाई जाने वाली छिपकली की यह प्रजाति दक्षिण भारतीय राज्यों तमिलनाडु, पुडुचेरी, कर्नाटक व महाराष्ट्र में निवास करती है। जीव विज्ञानियों का कहना है कि इस गीको की बाह्य अकारिकी विशेषताओं के विस्तृत परीक्षण व इसकी जांघ पर छोटे छिद्र सहगल के गीको प्रजाति को स्पष्ट रूप से अन्य दो से अलग करते हैं। फील्ड में इनमें से कई विशेषताओं की पहचान करना व उनकी तुलना करने के लिए प्रशिक्षित व अनुभवी नजर की आवश्यकता है। स्पष्ट पहचान के लिए प्रयोगशाला में आणविक जांच करनी होती है। पर अब तक इस दिशा में जिले के दोनों वनमंडलों में कोई कारगर प्रयास अब तक नहीं किया जा सका है।