NEET विवाद में सुप्रीम कोर्ट का NTA को सख्त निर्देश

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‘0.001% भी लापरवाही हुई है तो स्वीकार करें

नई दिल्ली//
नीट यूजी परीक्षा परिणाम 2024 मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और एनटीए से कहा कि अगर किसी की ओर से 0.001% भी लापरवाही हुई है, तो उससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बच्चों ने परीक्षा की तैयारी की है, हम उनकी मेहनत को नहीं भूल सकते.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जरा कल्पना कीजिए कि कोई डॉक्टर ऐसे व्यक्ति का इलाज कर रहा हो, जो इस तरह से गुजरा हो और जिसकी जांच की जरूरत हो. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और एनटीए से कहा कि वे नीट-यूजी के खिलाफ दायर याचिकाओं को विरोधात्मक मुकदमेबाजी के तौर पर न लें और अगर परीक्षा आयोजित करने में कोई गलती हुई है, तो उसे स्वीकार करें और उसमें सुधार करें. नीट पेपर लीक और CBI जांच मामले पर सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी.
पटना में नीट पेपर लीक की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम आज दिल्ली आएगी. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जांच टीम EOU ने NTA से नीट के ओरिजनल क्वेश्चन पर मांगे थे. टीम पटना से जले हुए मिले पेपर से क्वेश्चन पेपर से करेगी. इओयू की जांच टीम ने 21 मई को ही NTA से मूल प्रश्न पत्र मुहैया कराने को कहा था. लेकिन 28 दिन गुजर जाने के बावजूद अब तक NTA ने ईओ को मूल प्रश्न पत्र मुहैया नहीं कराया है. NTA के टालने वाले रवैया के बाद अब EOU की जांच टीम खुद एक्शन में आई है और दिल्ली आकर मिलान करने का फैसला किया है.
दरअसल, ईओयू ने कथित नीट-यूजी 2024 पेपर लीक मामले में अब तक चार परीक्षार्थियों और उनके परिवार के सदस्यों सहित 13 लोगों को गिरफ्तार किया है. डीआईजी ने कहा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि सभी आरोपी बिहार के हैं. पूछताछ के दौरान, पटना में ‘सेफ हाउस’ का खुलासा किया था, जहां परीक्षा से एक दिन पहले 30 से 35 उम्मीदवारों को नीट का क्वेश्चन पेपर दिया और उत्तर रटवाए थे. ईओयू के अधिकारियों ने सेफ हाउस से आंशिक रूप से जले हुए प्रश्नपत्र भी बरामद किए हैं.
डीआईजी ने जानकारी दी थी कि उन्होंने एनटीए से रेफरेंस के लिए क्वेश्चन पेपर मांगे हैं. ताकि जले हुए पेपर से मिलान किया जा सके, लेकिन अभी तक उसका इसका जवाब नहीं दिया है. उन्होंने कहा, एनटीए से नीट क्वेश्चन पेपर मिलने के बाद हम जले हुए प्रश्न पत्र को जांच के लिए उचित फोरेंसिक लैब में भेज देंगे.”
ईओयू के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया, “जांच के दौरान, ईओयू के अधिकारियों ने छह पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए, जो अपराधियों के पक्ष में जारी किए गए थे, जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले उम्मीदवारों को प्रश्नपत्र उपलब्ध कराए थे.” उन्होंने कहा कि जांचकर्ता संबंधित बैंकों से अकाउंट होल्डर्स के बारे में जानकारी जुटा रहे हैं.
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में हर दिन बीतने के साथ साथ NEET परीक्षा को चुनौती देने वाली याचिकाओं की कतार सुप्रीम कोर्ट में लंबी होती जा रही है. हालांकि सभी को मांग कमोबेश एक जैसी ही है लिहाजा उनकी सुनवाई अवकाशकालीन पीठ के समक्ष औपचारिक ही रहने को उम्मीद है. संभावना है कि सभी को मुख्य याचिका के साथ जोड़ा जा सकता है. इन याचिकाओं में नीट परीक्षा के 3 कथित पेपर लीक, असामान्य संख्या में परफेक्ट स्कोर, मुआवजा अंक और इसके आयोजन में गड़बड़ी के आरोप और जांच की गुहार है. इस कानूनी लड़ाई में सबसे आगे प्रभावित छात्र, कोचिंग संस्थान के मालिक, डॉक्टर, वकील, राजनेता और आरटीआई एक्टिविस्ट भी शामिल हो गए हैं. उन्होंने राष्ट्रीय पात्रता-सह- प्रवेश परीक्षा (NEET UG 2024) को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) द्वारा फिर से आयोजित करने की मांग की है. कई याचिकाओं में इस पूरे मामले की कोर्ट की निगरानी में CBI या SIT से किसी जस्टिस की निगरानी में जांच कराए जाने की मांग भी की गई है. अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी.