बिलासपुर। बिलासपुर में तेंदुए का शिकार करने वाले पांच शिकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल, आरोपियों जंगली सुअर का शिकार करने के लिए करंट लगाए थे। लेकिन, गलती से तेंदुए करंट की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई। इसके बाद उन्होंने दांत और पंजा को काट लिया और भाग निकले थे। मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
7 फरवरी को वन परिक्षेत्र सोंठी सर्किल के बिटकुला बीट के कक्ष क्रमांक 12 के घानाकछार जंगल के नाले में तेंदुए का शव मिला था। सूचना पर वन विभाग के अफसरों ने घटना स्थल पहुंच कर जांच की और तेंदुए के शव का पोस्टमार्टम कराया। तब पता चला कि तेंदुए की मौत करंट से हुई है।
इसके बाद से वन विभाग की टीम ग्रामीणो से पूछताछ कर शिकारियों की तलाश में जुट गई थी। लेकिन, उन्हें कोई सफलता नहीं मिली। तब SP पारुल माथुर से मदद मांगी और सीपत थाने की टीम को जांच में लगाया गया। पुलिस ने जांच के दौरान महज तीन दिन में ही शिकारियों को पकड़ लिया।
पुलिस की पूछताछ में गांव वालों से सूचना मिली कि ग्राम निरतु में रहने वाला संतोष कुमार धनुहार पिता सगन साथ धनुहार (35 साल) और नंदकुमार पटेल पिता बिसालिक राम पटेल (50 साल) जंगली सुअर का शिकार करने के लिए करंट लगाए थे।
आरोपियों से पूछताछ करने पर पता चला कि उनके साथ गांव के ही तीजराम पटेल उर्फ भकाचंद पिता लच्छीराम पटेल (58 साल), कोरबा के छिंदपानी निवासी समारू उर्फ संजय धनुहार पिता लटीराम धनुहार (35 साल) और फूल सिंह यादव पिता मंजरू यादव (70 साल) ने मिलकर तेंदुए का शिकार किया।
इन ग्रामीणों ने बताया कि उन्हें जंगली सुअर का शिकार करने के लिए करंट लगाया था। लेकिन, गलती से तेंदुआ करंट की चपेट में आ गया। इसके बाद उन्होंने दांत निकाल लिए और पंजों को काट दिया। उनके पास से दांत, पंजा और वारदात के प्रयुक्त औजार जब्त किया गया है।