जयपुर । प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच सरकारी विभाग योजना भवन में करोड़ों रुपए की नकदी और सोना मिलने की घटना में सनसनी फैला दी (Cash Found In Yojna Bhavan) है।
योजना भवन के बेसमेंट में रखी अलमारी में 2 करोड़ से ज्यादा की नकदी और 1 किलो सोना मिला है। सरकारी विभाग की अलमारी में मिली बड़ी रकम के बाद अब पुलिस इस पूरे मामले को लेकर काफी ज्यादा गंभीर हो गई है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव उषा शर्मा और पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा, एडीजी दिनेश एमएन, जयपुर पुलिस कमिश्नर आनन्द श्रीवास्तव सहित पुलिस के आला अधिकारियों ने देर रात इसकी जानकारी (Cash Found In Yojna Bhavan) दी।
2-2 हजार और 500-500 के नोट मिले, एक किलो सोना
पुलिस ने इस पूरे मामले में 8 से ज्यादा विभाग से जुड़े लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की फाइलों को ऑनलाइन करने का काम चल रहा था। इसलिए सभी पुरानी फाइलों को अलमारी से बाहर निकालने की प्रक्रिया हो रही थी।
इस दौरान योजना भवन के बेसमेंट में रखी दो अलमारियों खोला (Cash Found In Yojna Bhavan) गया। इनमें से एक में तो फाइलें निकली लेकिन एक आलमारी में दो बैग निकले जिसमें एक बैग के अंदर दो करोड़ 31 लाख ज्यादा की नकदी इसमें 2-2 हजार और 500-500 के नोट मिले है। इसके अलावा एक बैग के अंदर 1 किलो से ज्यादा गोल्ड मिला है।
आठ से ज्यादा लोगों को हिरासत में
सूचना मिलने पर पुलिस ने विभाग से जुड़े और केयरटेकर सहित आठ से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि जिस तरह से सरकारी विभाग के अलमारी में यह नकदी और सोना मिला है यह गंभीर जांच का विषय बन जाता है कि आखिर इतनी बड़ी रकम और यह सोना यहां पर कैसे और कब आया।
मामले की जांच पूरी होने के बाद पता चलेगा किसका पैसा है
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आता है कि जिस स्थिति में बैग वहां पर मिले थे। वह काफी दिनों से रखे हुए थे हालांकि अब इस पूरे मामले में जांच पूरी होने के बाद ही कुछ स्थिति स्पष्ट होगी। आनंद श्रीवास्तव बताया कि सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी निकाले जा रहे हैं।
उसके आधार पर भी इस बात की जांच की जाएगी कि आखिर यह रकम कैसे और कब यहां पर आई। मामले को लेकर पूरी रात छानबीन चलती रही योजना भवन के सूचना एवं प्रौद्योगिकी भवन के तलघर में लोगों से पूछताछ की जा रही है।