The Duniyadari:उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने साल 2008 के केस में गिरफ्तारी की है. उन्होंने एक 50 हजार के इनामी आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिस पर आरोप है कि उसने नाबालिग लड़की को उसके घर से भगाया था. आरोपी ने लड़की के साथ निकाह कर लिया था.
साल 2008 में आरोपी के खिलाफ डासना के रहने वाले लड़की के पिता ने केस दर्ज कराया था और कहा था कि मसूरी कस्बा का रहने वाला युसुफ सैफी उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर भगाकर ले गया.
शिकायत में लड़की के पिता ने बताया कि आरोपी युसुफ उसके दो बेटों को घर पर ट्यूशन पढ़ाने आता था. वहीं उसकी मुलाकात घर पर उनकी बेटी से हो गई और वह उसे बहला कर भगाकर ले गया था, जिसे अब 16 साल बाद नूंह से गिरफ्तार किया गया है. इस मामले में युसुफ के परिवार वालों को भी आरोपी बनाया गया था. युसुफ के पिता सलीमुद्दीन और बाकी लोगों करीमुद्दीन, अय्यूब, अज्जू, आरिफ और तस्लीम को गिरफ्तार किया गया था.
नूंह में लड़की के साथ था
16 साल पहले पुलिस आरोपी और लड़की का पता नहीं लगा सकी थी, जिसे अब गिरफ्तार किया गया. वह नूंह में उसी लड़की के साथ रह रहा था. उसके और लड़की के तीन बच्चे हैं.
ये मामला कोर्ट में चल रहा है और दोनों आरोपी और लड़की को कोर्ट में पेश किया जाएगा. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. पुलिस को शक है कि युवक ने लड़की का धर्म परिवर्तन कराकर उससे निकाह किया होगा. हालांकि इस बात को लेकर युवक ने पुलिस से कुछ नहीं बताया है.
16 साल में चार ठिकाने बदले
जांच में सामने आया कि युसुफ ने 16 सालों में चार बार अपना ठिकाना बदला. इस दौरान दोनों ने अपने घरवालों से भी कॉन्टेक्ट खत्म कर लिया था. पूछताछ में उसने बताया कि लड़की को भगाने के बाद उन दोनों ने निकाह कर लिया था उसके और लड़की के तीन बच्चे दो बेटे और एक बेटी है. वह BSC पास है और स्कूल में शिक्षक के पद पर तैनात है. इसके साथ ही वह बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाकर अपने परिवार का पालन-पोषण करता है.