Indian Railway: माल ढुलाई में दूसरे नंबर पर रहा सेंट्रल रेल जोन बिलासपुर, जानें पहले नंबर पर कौन

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बिलासपुर/जगदलपुर। इस्ट कोस्ट रेल जोन भुवनेश्वर लगातार दूसरे साल माल लदान (ढुलाई) में देश में पहले नबंर पर रहा है। 31 मार्च को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 2021-2022 में 232.13 मिलियन टन माल का लदान करके जोन ने अपना ही पुराना रिकार्ड तोड़ दिया है। दूसरे नंबर पर 212.37 मिलियन टन के साथ साउथ इस्ट सेंट्रल रेल जोन बिलासपुर है।

भारतीय रेलवे में माल लदान में अकेले इन दोनों रेल जोन का योगदान 31.34 फीसद रहा है। कमाई के मामले में भी दोनों जोन ने नया रिकार्ड बनाया है। इस्ट कोस्ट रेल जोन भुवनेश्वर के अंतर्गत वाल्टेयर रेलमंडल द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-2022 में 66.88 मिलियन टन माल का लदान किया गया। जो कि गत वित्तीय वर्ष में किए गए कुल माल लदान 61.13 मिलियन टन के मुकाबले करीब 9.33 फीसद अधिक है।

699.88 करोड़ अधिक राजस्व की प्राप्ति

माल लदान से इस रेलमंडल को हाल ही में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 7972.10 करोड़ रुपये राजस्व की प्राप्ति हुई है जो गत वित्तीय वर्ष की माल लदान से हुई आय 7272.88 करोड़ रुपये की तुलना में 699.88 करोड़ अधिक है।

किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन में बस्तर से लौह अयस्क व अन्य तरह के माल को मिलाकर 22.19 मिलियन टन माल का लदान किया। जो कि पिछले वित्तीय वर्ष में 18.78 मिलियन टन की अपेक्षा 3.41 मिलियन टन अधिक है।

माल ढुलाई में बना रिकार्ड

वाल्टेयर रेलमंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक एके त्रिपाठी के कार्यालय से जारी एक रिपोर्ट में बताया गया है कि किरंदुल-कोत्तावालसा रेललाइन से माल लदान से 2646.58 करोड़ रुपये की आय हुई है।

वित्तीय वर्ष 2020-2021 की तुलना में इस रेललाइन से माल ढुलाई से हाल ही समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 254.26 करोड़ रुपये अधिक आय हुई है। केके रेललाइन में नक्सल हमलों से उत्पन्ना विपरीत परिस्थितियों की चुनौती का सामना करते हुए भी माल ढुलाई में रिकार्ड बनाने में सफलता मिली है।

वाल्टेयर रेलमंडल के प्रबंधक अनूप सतपथी ने कहा वाल्टेयर रेलमंडल ने बताया कि माल लदान व यात्री किराया सहित अन्य सभी क्षेत्रों को मिलाकर हाल ही समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में 8498 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है। तो पिछले वर्ष की इसी अवधि में प्राप्त राजस्व से 11.44 फीसद अधिक है।