सर्द रात में कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर चटाई बिछाकर बैठीं दो बहनें, सुनाई आपबीती, पढ़े क्या है मामला..

0
232

न्यूज डेस्क।बस्ती जिले के कलेक्ट्रेट परिसर में उस समय हलचल मच गई, जब दो बहनें सर्द रात में डीएम कार्यालय के बाहर चटाई बिछाकर बैठ गईं और किताब पढ़ने लगीं. दुबौली दुबे की रहने वाली कविता और सविता नामक दो बहनों ने ऐसा इसलिए किया ताकि उनकी बात डीएम तक पहुंच सके. दरअसल, कविता और सविता नामक बहनों का कहना है कि उनके पिता उन्हें बोझ समझने लगे हैं.

बहनों ने बताया कि आए दिन उनके पिता उनसे मारपीट करते हैं और कहते हैं कि तुम दोनों हम पर बोझ हो. कविता और सविता का कहना है कि जब से उनके भाई की शादी हुई है, तभी से माता-पिता का मोह हम दोनों बहनों से भंग हो गया है. इकलौते भाई की शादी के बाद से ही घर में कलेश मचा रहता है. रविवार की शाम तो हद ही हो गई, जब उनके पिता ने दोनों बहनों को सर्द रात में घर से बाहर निकाल दिया. वो भी दोनों बहनों की भाभी के कहने पर.

घर से निकाले जाने के बाद दोनों बहनें डीएम कार्यालय पहुंचीं और डीएम को पिता की करतूत से अवगत करवाया. जिसके बाद जिलाधिकारी ने महिला थानाध्यक्ष को फोन किया और इन दोनों बहनों के साथ हुई घटना का निवारण करने को कहा. दोनों बहनें बस्ती के महिला थाना पहुंचीं. लेकिन उनका आरोप है कि महिला थानाध्यक्ष ने उनकी एक न सुनी.

बहनों को महिला वन स्टेप सेंटर भेजा गया
फिर थक हार कर सोमवार की शाम को दोनों कलेक्ट्रेट परिसर में ही आकर सांकेतिक धरने पर बैठ गईं. वहीं, अपनी किताब खोलकर दोनों बहनें पढ़ने लगीं. बस्ती के जिला प्रशासन के अधिकारियों को जब इसकी भनक लगी तो वे इन दोनों बेटियों की समस्या के निदान में लग गए. साथ ही उन्होंने दोनों बहनों को समझा-बुझाकर फिलहाल के लिए महिला वन स्टेप सेंटर भेज दिया.

बहनों ने लगाया आरोप
बहनों ने डीएम को बताया कि कविता फैजाबाद में रहकर सरकारी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है. और सविता घर में ही रहकर पढ़ाई लिखाई करती है. दोनों अपने पैरों पर खड़ी होना चाहती हैं. लेकिन जब से उनके भाई की शादी हुई है, उनके पिता को दोनों अब बोझ लगने लगी हैं. वे उन्हें पढ़ाई का खर्च भी नहीं देते. पिता पहले ऐसा नहीं करते थे. लेकिन अब भाभी के आ जाने से उनका व्यवहार बदल गया है.