Thursday, March 28, 2024
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BJP की राजनीति के केंद्र में बना हुआ है पूर्वांचल, क्षेत्र से अब छह राज्यपाल

न्यूज डेस्क। पूर्वांचल अभी भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति के केंद्र में अहम भूमिका निभा रहा है क्योंकि इस क्षेत्र में अब छह राज्यपाल हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद भी पूर्वांचल से हैं और लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी इसी क्षेत्र के प्रमुख संसदीय क्षेत्र वाराणसी का प्रतिनिधित्व करते हैं।

केंद्र ने हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री और गोरखपुर छावनी के पूर्व विधायक शिव प्रताप शुक्ला और उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य लक्ष्मण आचार्य को क्रमश: हिमाचल प्रदेश और सिक्किम का राज्यपाल नियुक्त किया है। शिवप्रताप शुक्ल के राजनीतिक सफर की शुरुआत वर्ष 1972 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई। करीब 50 साल के अपने राजनीतिक सफर में उन्होंने बहुत सारे उतार-चढ़ाव भी देखे। लेकिन, हर बार सियासी अग्निपरीक्षा में पास होते गए। उत्तर प्रदेश सरकार में तीन बार मंत्री बने और राज्यसभा सदस्य बनने के बाद केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पद पर भी आसीन हुए। अब हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल बनकर संवैधानिक पद को भी संभालंगे।

लक्ष्मण आचार्य प्रधानमंत्री के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी से आते हैं। विधान परिषद सदस्य आचार्य को सिक्किम के राज्यपाल की जिम्मेदारी सौंपकर उन्हें पांच दशक से ज्यादा भाजपा की सेवा की सौगात दी गई है।1973 से भारतीय शिशु मंदिर के आचार्य के रुप में अपना करिअर शुरू करने वाले लक्ष्मण ने शिमला समझौता रद्द करने की मांग से संबंधित आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी। महज 17 साल की उम्र में पहली बार गिरफ्तारी दी थी। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में सक्रिय रहे और जनजातीय उत्थान के लिए अभियान की शुरुआत की।

पूर्वी उत्तर प्रदेश के इस भोजपुरी भाषी क्षेत्र के अन्य राज्यपालों में जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा शामिल हैं। वे केंद्रीय मंत्री भी रह चुके हैं। संसद में उन्होंने गाजीपुर का प्रतिनिधित्व किया है। संसद में देवरिया लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र राजस्थान के राज्यपाल हैं। मेघालय के राज्यपाल फागू चौहान भी इसी क्षेत्र से आते हैं।

चौहान उत्तर प्रदेश विधानसभा में छह बार घोसी सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वे आर्थिक रूप से पिछड़ी (ईबीसी) नोनिया जाति से आते हैं। लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बीडी मिश्रा पूर्वांचल के भदोही के मूल निवासी हैं। उन्होंने तीन दशक से अधिक समय तक सशस्त्र बलों में सेवा की। उन्होंने 1962 में भारत-चीन युद्ध, 1965 में पाकिस्तान के साथ युद्ध और 1971 में बांग्लादेश की मुक्ति में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में भाग लिया था।

छह राज्यपालों, प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री के अलावा, केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार के कई मंत्री भी इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे, पंकज चौधरी और अपना दल (एस)अनुप्रिया पटेल पूर्वांचल के मूल निवासी हैं।पूर्वांचल हमेशा राजनीतिक पर्यवेक्षकों के लिए गहरी रुचि का क्षेत्र रहा है। इस क्षेत्र ने 2007 में मायावती के नेतृत्व वाली बहुजन समाज पार्टी और 2012 में अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी को भारी संख्या में मत दिया था। हालांकि 2014 के चुनावों के बाद से क्षेत्र के लोगों ने बड़ी संख्या में भाजपा का साथ दिया है।

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