कोरबा। Korba News : कोरबा जिले के ग्राम गोढ़ी में शुक्रवार को कटघोरा-छुरी मुख्य मार्ग पर जैन पब्लिक स्कूल की बस में आग लग गयी थी। गनीमत रही कि इस घटना में कोई बच्चा या चालक-परिचालक घायल नहीं हुआ, लेकिन यह कोई छोटी घटना नहीं थी।
इस घटना के बाद जैन पब्लिक स्कूल के वाहनों की जांच के लिए परिवहन विभाग और उसके उड़न दस्ते की टीम शनिवार को गोढ़ी गांव पहुंची और जैन पब्लिक स्कूलों की बसों की जांच की। बिना परमिट के बसें चलती मिलीं। फर्स्ट एड बॉक्स भी नहीं मिला।
स्कूल बस में आवश्यक सुरक्षा उपकरण और सामग्री की कमी सहित कई कमियां पाई गईं। उड़नदस्ते की टीम ने विभिन्न कमियों पर कार्रवाई करते हुए 66 हजार रुपये की सेटलमेंट फीस वसूल की।
गौरतलब है कि स्कूली बच्चों के परिवहन में बसों के अलावा टाटा मैजिक, मिनी बस और ऑटो भी लगे हुए हैं। इन वाहनों में भी सुरक्षा मापदंडों की अनदेखी हो रही है। जिला मुख्यालय में ये हाल है तो आउटर और उपनगर में देखने की तो इन्हें और भी फुर्सत नहीं। और भी बड़े-बड़े स्कूलों के लिए संचालित हो रही बसों में भी अनेक खामियां मिल जाएंगे। इनमें तो फिटनेस का भी उल्लंघन साफ तौर पर देखने को मिलेगा। तरभा ट्रेवल्स की भी बस को लेकर पूर्व में शिकायत हो चुकी है। तत्कालीन पुलिस अधीक्षक रहे भोजराम पटेल फिर संतोष कुमार सिंह के द्वारा ऑटो चालकों को हिदायतें दी गई कि वे स्कूली बच्चों के परिवहन में लापरवाही ना बरतें।
सभी ऐसे ऑटो और वाहनों में जाली नियमित रूप से लगाने निर्देशित किया गया है। इसके अलावा सामने की सीट पर बच्चों को बिठाकर परिवहन नहीं करने की भी हिदायत दी गई है लेकिन इसका कहीं भी कोई भी असर पूर्ण रूप से देखने को नहीं मिल रहा है, क्योंकि ऐसे लापरवाह वाहनों पर कार्रवाई करने में परिवहन विभाग हो या उसका उड़नदस्ता दल हो या फिर पुलिस की टीम हो, कोई कार्रवाई करते नजर नहीं आते। थाना-चौकियों के सामने से सवारी ऑटो हो या स्कूली बच्चों के परिवहन में लगी आटो, सामने भर-भर कर परिवहन हो रहा है। सामने की सीट पर चालक सहित कभी तीन तो कभी 5-5 सवारियां बैठी नजर आती हैं। आंखों से देखकर की जाने वाली अनदेखी लोग समझ नहीं पा रहे हैं और दूसरी और अमला जागरूकता का ढिंढोरा पीटने से बाज नहीं आ रहा।
संघ का निर्देश और अपील हवा हवाई
जिला ऑटो संघ के द्वारा भी एक निर्देश जारी कर समस्त ऑटो चालकों से अपील की गई है कि वे अपने वाहनों में ओवरलोड याने की क्षमता से ज्यादा सवारी न बिठायें, नियमों का पालन करें और इसके बाद यदि उल्लंघन पर कार्रवाई होती है तो उसके लिए स्वयं ऑटो चालक जिम्मेदार होगा लेकिन ऐसा कुछ भी होता नजर नहीं आ रहा जिससे लगे कि संघ के निर्देश का पालन हो रहा है या फिर यातायात विभाग की सख्ती ऐसे लोगों पर दिख रही हो।
परिवहन विभाग जिसका काम है कि वह यातायात नियमों (Korba News) का पालन कराए, वाहनों के फिटनेस आदि की समय-समय पर जांच करें लेकिन परिवहन विभाग के जिला अधिकारी शशिकांत कुर्रे ना तो दफ्तर में मिलते हैं और नहीं फोन उठाते हैं जिससे कि यह पता चल सके कि उन्होंने ऐसे लापरवाह लोगों पर किस तरह कार्रवाई करने की योजना बनाई है और क्या कार्रवाई कर रहे हैं। बाबूओं के भरोसे आरटीओ दफ्तर संचालित हो रहा है। अधिकारी को बात करने तक की फुर्सत नहीं है।